लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि जिन पत्रकारों ने अपना जीवन कोरोना काल में गंवाया है उन सभी को मेरी संवेदना व श्रद्धांजलि है। आज हम सबके लिए यह एक ऐसा क्षण है जब मीडिया जगह से जुड़े हुए उन सभी दिवंगत आत्माओं के प्रति जिन्होंने कोरोना कालखंड में समाज के लिए अपनी लेखनी को चलाते-चलाते अपने प्राणों की आहूति दी है, उन सबके प्रति हम अपनी संवेदना व्यक्त कर सकें, श्रद्धांजलि व्यक्त कर सकें और परिवारजनों के प्रति एक संबल बन सके।
मुख्यमंत्री योगी ने शनिवार को कोरोना संक्रमण के दौरान दिवंगत होने वाले उत्तर प्रदेश के पत्रकारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करने के साथ ही पत्रकारों के लिए हेल्पलाइन भी शुरू की। उन्होंने यहां एक कार्यक्रम में कोरोना संक्रमण के कारण दिवंगत 55 पत्रकारों के परिवार को दस-दस लाख रुपए की आर्थिक सहायता भी प्रदान की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के संक्रमण से से संपूर्ण विश्व प्रभावित हुआ है। इस दौरान दुनिया की बड़ी से बड़ी ताकत कोरोना से पस्त हुई। इस संकट में भी हमने सभी को सुरक्षित घर पहुचाने का काम किया। हमने कोरोना वायरस की पहली लहर को नियंत्रित करने के साथ ही प्रदेश में वैक्सिनेशन शुरू कर दिया था। उन्होंने कहा कि आज हम लगभग कोरोना को नियंत्रित करने के नजदीक है, लेकिन कुछ नहीं कहा जा सकता ये कब वापस आ जाए। उन्होंने कहा कि अभी भी कोरोना को लेकर बहुत सावधानी बरतने की जरूरत है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ बड़ी लड़ाई में मीडिया ने अहम रोल अदा किया। मीडिया के पास कोई सुरक्षा कवच नहीं था, ऐसे में पत्रकारों के वैक्सीनेशन की अपील की गयी। जिसके बाद हमने नोएडा और लखनऊ में दो बूथ शुरू किए। इन दोनों बूथों पर इन लगभग 25 हजार लोगों को वैक्सीन दी गई। कोरोना के खिलाफ लड़ाई में मीडिया के अहम योगदान को लेकर पत्रकारों का खास तौर पर धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि हमने पत्रकारों के लिए भी हेल्पलाइन शुरू कर दी है।
रीजनल नार्थ
दिवंगत पत्रकारों को नमन कर सीएम योगी बोले-कोरोना काल में मीडिया की भूमिका सराहनीय