भारत में शुरू हुए मीटू अभियान पर अभिनेत्री तापसी पन्नू का कहना है कि कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाना बंद नहीं किया जाना चाहिए। निर्देशक विकास बहल को क्लीन चिट दिए जाने के ठीक 2 दिन बाद ताप्सी का यह बयान सामने आया है। गौरतलब है कि फैंटम फिल्म्स के एक पूर्व कर्मचारी ने विकास पर यौन शोषण का आरोप लगाया था। हालांकि अब उन्हें क्लीनचिट मिलने की वजह से उन्हें या उनकी फिल्म सुपर 30 को कोई परेशानी नहीं होगी। इसके अलावा हाल ही में फिल्म दे दे प्यार दे में नजर आए आलोक नाथ पर एक लेखिका- निर्देशिका ने भी दुष्कर्म का आरोप लगाया था। इस बारे में जब तापसी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यदि कोई व्यक्ति यौन उत्पीड़न का आरोपी है और उसे सजा नहीं मिलती है तो स्वाभाविक रूप से इस आंदोलन का जो मूल उद्देश्य है, वह पूरा नहीं हो पाता और इससे महिला भी अंदर टूट जाती है। उन्होंने यह भी कहा कि इस वजह उन लड़कियों को भी अपनी आवाज उठाने से नहीं रुकना चाहिए, जिनके साथ इस तरह की घटनाएं हुई है। तापसी ने कहा कि बाधाएं आती रहेगी, परंतु हार मानने से काम नहीं चलेगा। यह बदलाव का समय है, इसलिए कठिनाई आएगी, लेकिन यदि हम इसे जारी नहीं रख पाए, तो आने वाले समय में बदलाव लाया जा सकेगा।