शिमला। हिमाचल प्रदेश में इस वर्ष पिछले कई दिनों से मानसून कहर बरपा रहा है। मानसून सीजन में बड़े पैमाने पर जान-माल का नुकसान हुआ है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के अनुसार, मानसून सीजन में अब तक वर्षा जनित घटनाओं के चलते 213 लोगों की मौत हो गई है, वहीं 12 लोग लापता हैं। बारिश के कारण 110 मौतें सड़क हादसों में हुई हैं। भूस्खलन से 21, बादल फटने की घटनाओं में नौ, नदी-नालों में बहने व डूबने से 19, आगजनी में दो, सर्पदंश में सात, करंट लगने से चार, फिसलने व गिरने से 27 तथा अन्य कारणों से 14 लोगों की जान गई है। शिमला में सबसे अधिक 33 और हमीरपुर में सबसे कम पांच लोगों की मृत्यु हुई है।
रिपर्ट के अनुसार मॉनसून में आई आपदाओं में 440 जानवर मारे गए। 112 मकान तबाह हो गए। 522 मकानों को आंशिक क्षति पहुंची है। बारिश से राज्य में आठ दुकानें, 10 पुल एवं 458 गौशालाएं क्षतिग्रस्त हुईं। रिपोर्ट के मुताबिक, 632 करोड़ की चल-अचल संपति ध्वस्त हुई है। लोकनिर्माण विभाग को 432 करोड़, जलशक्ति विभाग को 183 करोड़, उर्जा विभाग को 91 लाख व सामुदायिक संपति को 18 लाख का नुकसान पहुंचा है। इस बीच बीते 24 घंटों के दौरान राज्य में बारिश से संबंधित हादसों में दो लोगों ने दम तोड़ा। इनमें लाहौल-स्पीति व उना जिलों में सड़क हादसों में एक-एक व्यक्ति की जान गई। वहीं भूस्खलन के कारण 47 सड़कें बंद रहीं। इसके अलावा 12 ट्रांसफार्मर, 58 पानी की स्कीमें प्रभावित हुई हैं। बारिश की वजह से 15 घरों को नुकसान पहुंचा वहीं सात गौशालाएं ध्वस्त हुईं। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार पिछले 24 घंटों में नादौन में 35 मिमी बारिश हुई। इसके अतिरिक्त डल्हौजी में 34, बलद्वारा में 29, चंबा में 19, कसौली व बिजाई में 17-17, पांवटा साहिब में 14 मिमी बारिश दर्ज की गई। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पाल ने बताया कि बताया कि सात अगस्त तक राज्य में बादलों के बरसने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि आगामी 24 घंटों यानी सोमवार को मैदानी व मध्यपर्वतीय इलाकों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। इन इलाकों में चार व पांच अगस्त को भी भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी रहेगा।
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हिमाचल में वर्षा जनित घटनाओं में 213 की मौत, राज्य को 632 करोड़ का नुकसान -बीते 24 घंटों के दौरान राज्य में बारिश से संबंधित हादसों में दो लोगों ने तोड़ा दम