नई दिल्ली । पंजाब में कांग्रस के दो दिग्गजों मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवोत सिंह सिद्धू के बीच विवाद खत्म हो चुका है। पार्टी आलाकमान के निर्देश पर सिद्धू को पंजाब कांग्रेस की जिम्मेदारी दी गई है। राज्य में अगले कुछ महीनों में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसे देखते हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह ने नेताओं और कार्यकर्ताओं से कहा है कि वे अब इसको लेकर किसी भ्रम में नहीं रहें। कैप्टन अमरिंदर सिंह पार्टी की राज्य इकाई के कार्यकर्ताओं और नेताओं से कहा कि सत्ता के दो केंद्र बिंदु को लेकर भ्रमित नहीं होना चाहिए। पंजाब कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू पार्टी चला रहे हैं। कैप्टन सरकार का नेतृत्व कर रहा हूं। दोनों की अलग-अलग जिम्मेदारियां हैं। कैप्टन ने कहा मुझे नहीं पता कि मीडिया इस तरह के सवाल क्यों पूछ रहा है। कोई भ्रम नहीं होना चाहिए। पार्टी और सरकार दोनों दो अलग चीजें हैं। आज हम अच्छी स्थिति में हैं और हमें विधानसभा चुनाव के लिए अपनी स्थिति को और मजबूत करने के लिए काम करने की जरूरत है। 2017 में अपनी सरकार बनने के बाद से यह पहली बार है कि मुख्यमंत्री यहां किसी कार्यक्रम में शामिल हुए हैं। स्वतंत्रता सेनानी के शहादत दिवस को चिह्नित करने के लिए हर साल एक समारोह का आयोजन किया जाता है। प्रदर्शनकारियों ने मुख्य सड़क को अवरुद्ध कर दिया था, इस वजह से कुछ नेताओं को वापस लौटना पड़ा। मुख्यमंत्री ने पिछले महीने सिद्धू के पार्टी प्रमुख के रूप में कार्यभार संभालने के दौरान उनके और सिद्धू के बीच कथित अनबन के बारे में पूछे गए सवालों को लेकर कहा कि यह कोई बड़ा मुद्दा नहीं है। सीएम ने कहा, "सभी जिला विधायकों और पार्टी के अन्य नेताओं से मिलकर, राज्य प्रमुख अपना कर्तव्य निभा रहे हैं क्योंकि उन्हें हमारे सभी नेताओं को जानना चाहिए और उनसे मिलना चाहिए।
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नवजोत सिंह सिद्धू को लेकर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को दी हिदायत