ब्रैक्जिट मुद्दा आखिर ब्रिटिश प्रधानमंत्री के गले की हड्डी साबित हुआ। 24 मई को इस्तीफे की घोषणा के बाद मंगलवार को थरेसा मे ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के तौर पर अपने आखिरी संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया। इसमें उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के लिए खास संदेश देते हुए उनसे सहयोग की अपील की। उल्लेखनीय है कि ट्रंप इस समय तीन दिन की राजकीय यात्रा पर ब्रिटेन में हैं। मे ने ट्रंप के साथ ड्राउनिंग स्ट्रीट में द्विपक्षीय बातचीत के बाद विदेश एवं राष्ट्रमंडल कार्यालय (एफसीओ) में संयुक्त संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा हमारे सामने जो चुनौतियां हैं, उसका सामना करने को लेकर हमारे बीच कभी-कभी मतभेद हो सकता है। मैंने हमेशा विश्वास किया है कि सहयोग और समझौता मजबूत संबंधों का आधार हैं और विशेष संबंधों के मामलों में यह और अधिक सही है। उन्होंने कहा ब्रिटेन परमाणु समझौते के साथ खड़ा है, उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर हमारे लक्ष्य एक हैं।
उन्होंने ट्रंप के ईरान के साथ परमाणु समझौते से अमेरिका को बाहर निकालने के संदर्भ में यह बात कही। अतीत में अमेरिकी राष्ट्रपति की नकारात्मक टिप्पणियों को आकर्षित करने वाले कुछ अन्य मुद्दों के संदर्भ में मे ने पेरिस समझौते को जलवायु परिवर्तन से निपटने का महत्वपूर्ण आधार बताया और चीन के आर्थिक महत्व पर भी जोर दिया।
प्रेस वार्ता के दौरान, ट्रंप ने ब्रिटेन के साथ अभूतपूर्व व्यापार सौदा चाहने की बात दोहराई। उन्होंने कहा ब्रिटेन के यूरोपीय संघ (ईयू) छोड़ने के बाद यह व्यापार दोगुना या तिगुना हो सकता है। उन्होंने अफसोस जताया कि मे को ब्रेक्जिट वार्ता में अपने नेतृत्व के लिए वह श्रेय नहीं मिला जिसकी वह हकदार हैं। विपक्षी लेबर पार्टी द्वारा उनकी राजकीय यात्रा का बहिष्कार किए जाने और लंदन के मेयर सादिक खान पर उनके सीधे हमलों के बारे में पूछे जाने पर ट्रंप ने खान और लेबर पार्टी के नेता जेरेमी कॉर्बिन दोनों को ‘नकारात्मक’ बताया। उन्होंने यह भी खुलासा किया कि कॉर्बिन ने एक बैठक के अनुरोध के साथ उनकी टीम से संपर्क किया था, लेकिन नकारात्मकता के कारण उन्होंने विपक्षी नेता से मिलने से इनकार कर दिया।
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परमाणु समझौते पर ब्रिटेन अमेरिका के साथ, इस मुद्दे पर हमारे लक्ष्य एक : मे -पीएम थेरेसा ने आखिरी प्रेस वार्ता में ट्रंप के लिए दिया खास संदेश