नई दिल्ली । डाबड़ी थाने में तैनात लेडी एसआई ने 16 साल की एक नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार करने के आरोपी को पकड़ने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया। फेसबुक प्रोफाइल तैयार कर आरोपी से सम्पर्क साधा और फिर मिलने के बहाने उसे बुलाया। जैसे ही युवक मिलने के लिए आया, उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस के पास न तो आरोपी का कोई फ़ोटो था और न ही उसका पूरा नाम। बस सूझबूझ और तकनीक की मदद से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार युवक आकाश जैन है, जिसे दिल्ली पुलिस में 16 साल की नाबालिक के साथ दुष्कर्म करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। आकाश जैन ने जिस लड़की के साथ दुष्कर्म किया था, उस लड़की के पास न तो आकाश की कोई फोटो थी और न ही उसका कोई फोन नंबर। पीड़ित लड़की ने बस पुलिस को इतना बताया था कि लड़के का नाम आकाश है, जिसने धोखे से उसके साथ दुष्कर्म किया, जिसकी वजह से वह गर्भवती हो गई। पुलिस ने सिर्फ आकाश नाम के सुराग के माध्यम से इस पूरे मामले को 24 घंटे के अंदर सुलझा लिया। एसआई प्रियंका ने बताया 16 साल की लड़की ने हमारे थाने में शिकायत दी थी कि उसके साथ एक लड़के ने धोखे से रेप किया। जिसकी वजह से वह प्रेग्नेंट हो गई है। पुलिस ने एफआईआर दर्ज की। जब पीड़िता से लड़के के बारे में पूछा गया तो पीड़िता को सिर्फ लड़के का नाम अधूरा नाम पता था। पीड़िता ने बताया कि उसके साथ रेप करने वाले लड़के का नाम आकाश है। इससे ज्यादा वह कुछ नहीं जानती है। न तो लड़के का फोटो उसके पास है और न ही मोबाइल नंबर. उन्होंने कहा पुलिस के सामने आरोपी को गिरफ्तार करने का चैलेंज था। हम लोगों ने फेसबुक पर आकाश नाम की प्रोफाइल चेक करना शुरू किया। सैकड़ों प्रोफाइल चेक किए। फिर कुछ प्रोफाइल सेलेक्ट किए और एक-एक करके लड़की को फोटो दिखाई। आकाश जैन नाम के एक प्रोफाइल की फोटो जब लड़की को दिखाई तो उसने कहा कि यही वह आरोपी है। जिसमें मैंने ये नहीं लिखा कि मेरा प्रोफेशन क्या है। फिर आकाश को फेसबुक पर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी। उसे मैसेज भेजा कि मैं आपसे दोस्ती करना चाहती हूं। फिर मैंने अपना मोबाइल नंबर भी उसे दिया। जिसके बाद उसने व्हाट्सएप पर मुझसे चैटिंग की। मैंने उसे मिलने के लिए कहा तो उसने पहले मुझे दो तीन जगह मिलने के लिए बुलाया। वह बार बार जगह बदलता रहा। उन्होंने कहा कि आखिर में वह महावीर एंक्लेव में श्री माता मंदिर के नजदीक मिलने आया। मेरे साथ बाकी की पुलिस टीम भी मौजूद थी। जैसे ही वह लड़का मिलने के लिए आया उसे गिरफ्तार कर लिया गया। इस पूरी कवायद में लगभग 5 से 6 घंटे का समय लगा और इन 5 से 6 घंटे में मैं उस लड़के के साथ फेसबुक या व्हाट्सएप के माध्यम से लगातार संपर्क में बनी हुई थी।
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लेडी सब इंस्पेक्टर ने रेप के आरोपी को 24 घंटे के अंदर किया गिरफ्तार