नई दिल्ली । सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हम चाहते हैं कि दिल्ली के अंदर 24 घंटे पानी आना चाहिए। जैसे यूरोपियन देशों में होता है कि हम जब टोंटी खोलें, तो उसमें से सीधे पीने का पानी आना चाहिए। ट्रांसपोर्ट को ठीक करना है। हम दिल्ली के ट्रांसपोर्ट सिस्टम पर काम कर रहे हैं। जैसा कि जस्मीन शाह ने बताया कि हमारा पूरा का पूरा ट्रांसपोर्ट सिस्टम इलेक्ट्रिक वाहनों में तब्दील हो जाए। दिल्ली के अंदर बहुत बड़े स्तर पर झीलों को विकसित किया जा रहा है। पुराने जमाने में बहुत सारी झीलें होती थीं, आज उस पर अतिक्रमण हो गया है। उन सभी अतिक्रमण को हटा कर अब बहुत सारी झीलों को विकसित किया जा रहा है। दिल्ली सरकार का एक बहुत बड़ा प्रोजेक्ट है, जिसके अंदर पार्क्स एंड गार्डेन बनाए जा रहे हैं। उसमें स्थानीय लोगों और आरडब्ल्यूए को शामिल कर बहुत बड़े स्तर के ऊपर पार्क्स और गार्डन विकसित किए जा रहे हैं। हम लोगों ने स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी बनाई है और स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी को लेकर हमारा मुख्य मकसद यही है कि एक तरफ ज्यादा से ज्यादा जनसंख्या स्पोर्ट्स में शामिल करें और खिलाड़ी तैयार करें, ताकि अगली बार ओलंपिक और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हमारे खिलाड़ी ज्यादा से ज्यादा मेडल लेकर आ सकें।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने अंत में कहा कि हमारे लिए दिल्ली गर्व और दिल्ली देश की राजधानी है, लेकिन दिल्ली में चारों तरफ इतनी गंदी है। उस गंदगी को साफ करना है। हमें सालिड वेस्ट मैनेजमेंट (ठोस अपशिष्ट प्रबंधन) पर काम करना है। यह कर सकते हैं। आप अंतरराष्ट्रीय टैंडर दीजिए, आपके पास ढेरों कंपनियां आ जाएंगी, जो दिल्ली को साफ करने के लिए तैयार है। आजकल तो कूड़ा भी बिकता है। इस पर हम लोग काम कर रहे हैं। दिल्ली की हवा को साफ करना है। दिल्ली बहुत ज्यादा प्रदूषण है। जल और वायु प्रदूषण भी है। यमुना को साफ करना है। इस तरह, हम लोगों को बहुत सारे काम करने हैं। यह सारे काम हम अकेले नहीं कर सकते हैं। यह बहुत बड़ा काम है और इसमें आप सब लोगों का सहयोग चाहिए। इसमें दिल्ली के नागरिकों और कारपोरेट सेक्टर का भी सहयोग चाहिए। अभी हमने देखा कि कोरोना कितनी बड़ी महामारी थी। दिल्ली की इसलिए तारीफ हो रही है कि दिल्ली में हम लोगों ने सबको साथ लेकर काम किया। खासकर कारपोरेट सेक्टर का हमें बहुत सहयोग मिला। हमने जिसको भी फोन उठा कर फोन किया कि हमें इतने सिलेंडर चाहिए। मैं यह बताते हुए खुशी महसूस कर रहा हूं कि किसी भी कारपोरेट ग्रुप ने हमें कभी मना नहीं किया और सब लोगों ने सहयोग किया। ऐसे कारपोरेट की एक लंबी सूची है। तब हमें यह लगा कि हम सब लोग मिल जाएं, तो अगर कोरोना जैसी बीमारी से निपट सकते हैं, तो हम सभी मिलकर इन सारे सेक्टर्स को भी हम ठीक कर सकते हैं। आप सब लोगों का सहयोग चाहिए और आज यह प्लेटफार्म इसीलिए विकसित किया गया है, जिसमें हम आपसे चेक लिखवाने के लिए नहीं आएंगे। हमें आपकी विशेषज्ञता चाहिए, हमें आपके विचार चाहिए, हमें आपकी भागीदारी चाहिए और हमें आपकी पार्टनरशिप चाहिए। हम कंधे से कंधा मिलाकर, आपके साथ मिलकर दिल्ली को 21वीं सदी की दिल्ली बनाना चाहते हैं, ताकि हम 2047 में जब बैठे तो हम कहें कि हमें अपनी दिल्ली के उपर गर्व है। हमें एक ऐसी दिल्ली बनानी है, जिस पर हम सभी लोगों को गर्व हो और एक ऐसी दिल्ली बनानी है, जिसमें गरीब से गरीब आदमी भी अच्छे से रह सके, इज्जत से रह सके और आराम से रह सके।
रीजनल नार्थ
हमने स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी बनाई है, ताकि हमारे खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ज्यादा मेडल ला सकें: सीएम केजरीवाल