नई दिल्ली । भारतीय पुरुष हॉकी ने जहां टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीता है, वहीं महिला हॉकी टीम चौथे स्थान पर रही ओर पदक नहीं जीत पायी। दोनो ही टीमों ने अपने शानदार प्रदर्शन से प्रशंसकों का ध्यान खींच है। इसके साथ ही दोनो ही टीमों ने चार अवसरों पर एक दूसरे को हराने वाली टीमों से बदला लिया है।
पहले अवसर पर भारतीय पुरुष हॉकी टीम को ऑस्ट्रेलिया ने 1-7 से हराया था। वहीं इसके बाद महिला हॉकी ने ऑस्ट्रेलिया को 0-1 से हराकर क्वार्टर फाइनल का एक अहम मुकाबला अपने किया।
वहीं दूसरे अवसर पर महिला हॉकी को अर्जेंटीना के हाथों 2-1 के अंतर से हार का सामना करना पड़ा था जबकि इसके बाद पुरुष हॉकी टीम ने अर्जेंटीना पर जीत दर्ज की।
तीसरी बार महिला हॉकी टीम को एक मैच में ब्रिटेन से हार का सामना करना पड़ा था जबकि इसके बाद पुरुष हॉकी टीम ने ब्रिटेन को हराया।
वहीं चौथी बार यह मामला तब सामने आया जब महिला हॉकी के 12वें मैच में ही भारतीय टीम को जर्मनी से 2-0 से हार का सामना करना पड़ा। इसका बदला पुरुष टीम ने कांस्स पदक के लिए हुए मुकाबले में जर्मनी को हराकर लिया।
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महिला-पुरुष हॉकी टीम ने लिया एक दूसरे की हार का बदला