नई दिल्ली । बाहरी उत्तरी जिले की इन्वेटिगेशन यूनिट ने बवाना इलाके में चल रहे नकली कॉस्मेटिक बनाने की फैक्टरी का खुलासा किया है। दिल्ली पुलिस ने फैक्टरी मालिक को गिरफ्तार किया है। आरोपी नकली कॉस्मेटिक को नामी कंपनी लक्मे के पैकिंग में डालकर उसे बेच रहा था। फैक्टरी से पुलिस ने काफी मात्रा में नकली कॉस्मेटिक, पैकिंग मटेरियल और इसे बनाने का मशीन बरामद किया है। जिला पुलिस उपायुक्त राजीव रंजन ने बताया कि आरोपी फैक्टरी मालिक की पहचान शालीमार बाग निवासी पीयूष जैन(30) के रूप में हुई है। हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड के अधिकृत प्रतिनिधि नीरज कुमार मित्तल ने बाहरी उत्तरी जिला पुलिस को इलाके में नकली कॉस्मेटिक बनाए जाने की शिकायत की थी। शिकायत में उसने बताया कि आरोपी नकली कॉस्मेटिक को नामी कंपनी लक्मे के पैकिंग में डालकर बेच रहे हैं। पुलिस ने कॉपी राइट का मामला दर्ज कर जांच शुरू की। निरीक्षक अरुण देव नेहरा के नेतृत्व में पुलिस टीम ने स्थानीय स्तर पर जांच की। पुलिस को पता चला कि बवाना इलाके में नकली कॉस्मेटिक बनाने की फैक्टरी चल रही है। शुक्रवार को पुलिस टीम ने सेक्टर एक बवाना में स्थित फैक्टरी पर छापा मारा। जहां से भारी मात्रा में कॉस्मेटिक, पैकिंग मटेरियल, नकली स्टिकर, प्रिटिंग डाई और प्रिटिंग मशीन जब्त की।
पूछताछ में फैक्टरी मालिक पीयूष जैन ने खुलासा किया कि दिल्ली के सदर बाजार में उसके पिता का कपास के फीते का कारोबार था। उनकी दुकान पहाड़़ी धीरज में थी। वहां आने जाने के दौरान पता चला कि उसने एहसास किया कि कॉस्मेटिक उत्पादों की बिक्री बहुत अधिक होती है। उसके बाद उसने नकली कॉस्मेटिक उत्पादों को बनाने की यूनिट लगाने का फैसला किया और बवाना में फैक्टरी खोली। वह लोकप्रिय कॉस्मेटिक ब्रांडों के डिजाइन और अन्य विवरणों का यू-ट्यूब और अन्य वेबसाइटों से कॉपी करता था और लक्मे का नकली पैकिंग खुद ही करता था। वह इन नकली उत्पादों को दिल्ली के सदर बाजार में बेचता था।
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नकली कॉस्मेटिक बनाने की फैक्टरी का पर्दाफाश