मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने पहला बड़ा तोहफा दिया है। दरअसल, आरबीआई की ओर से एक बार फिर रेपो रेट में कटौती की गई है। आरबीआई की मौद्रिक समीक्षा बैठक में 0.25 फीसदी की कटौती हुई है। इसी के साथ अब नई रेपो रेट 5.75 फीसदी हो गई है। नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार के दूसरे कार्यकाल में यह पहली मौद्रिक समीक्षा बैठक थी। रिजर्व बैंक के इतिहास में पहली बार है जब आरबीआई गवर्नर की नियुक्ति के बाद लगातार तीसरी बार रेपो रेट में कमी आई है। इस फैसले के बाद जिन लोन की ईएमआई पर असर पड़ेगा, उनमें होम, कार, पर्सनल और एजूकेशन सहित सभी के तरह के लोन शामिल है। नौ साल में पहली बार आरबीआई ने रेपो रेट को सबसे कम स्तर पर रखा है। इसके साथ ही बैंक ने ऑनलाइन भुगतान पर लगने वाले शुल्क को भी खत्म कर दिया है।
कटौती से ऐसे होगा फायदा
दरअसल रेपो रेट वह दर होती है, जिस पर बैंकों को आरबीआई कर्ज देता है। बैंक इस कर्ज से ग्राहकों को ऋण देते हैं। रेपो रेट कम होने से बैंकों के लिए रिजर्व बैंक से कर्ज लेना सस्ता हो जाता है और इसलिए बैंक ब्याज दरों में कमी करते हैं, ताकि ज्यादा से ज्यादा रकम कर्ज के तौर पर दी जा सके।
होम लोन पर इतने बचेंगे पैसे
लोन राशि पुरानी ईएमआई (रुपए में) नई ईएमआई (रुपए में) मासिक बचत
20 लाख रुपए 17,483 17,167 316
30 लाख रुपए 26,225 25,751 474
50 लाख रुपए 44,505 43,708 797
अगर किसी ने 20 साल की अवधि के लिए 20 लाख रुपए का होम लोन लिया है, तो अब तक 8.60 फीसदी ब्याज दर के हिसाब से आप 17483 रुपए ईएमआई के तौर पर दे रहे थे। लेकिन अब नई दरों के हिसाब से आपको 17167 रुपए की ईएमआई देनी होगी। यानी आप 316 रुपए बचा सकेंगे।
वहीं 30 लाख रुपये के होम लोन पर आपको 474 रुपए की बचत होगी। पहले जहां आप 26225 रुपए ईएमआई के तौर पर दे रहे थे, वहीं अब आपको 25751 रुपए का भुगतान करना होगा।
अगर 20 साल की अवधि के लिए 50 लाख रुपए का होम लोन लिया है, तो अब तक 8.85 फीसदी ब्याज दर के हिसाब से आप 44505 रुपए ईएमआई के तौर पर दे रहे थे। लेकिन अब नई दरों के हिसाब से 43708 रुपए की ईएमआई देनी होगी। यानी 797 रुपए बच सकेंगे।
कार लोन पर बचेंगे इतने पैसे
लोन राशि पुरानी ईएमआई (रुपए में) नई ईएमआई (रुपए में) मासिक बचत
3 लाख रुपए 6,286 6,249 37
5 लाख रुपए 10,477 10416 61
10 लाख रुपए 20953 20831 122
ऑनलाइन भुगतान पर नहीं लगेगा शुल्क
भारतीय रिजर्व बैंक ने आम जनता को बड़ा तोहफा देते हुए फंड ट्रांसफर करने पर सभी तरह के लगने वाले चार्ज को हटाने का फैसला किया है। रेपो रेट में कमी करने के बाद यह फैसला भी आरबीआई की मौद्रिक समीक्षा नीति ने लिया है। डिजिटल बैंकिंग को बढ़ावा देने के लिए आरबीआई ने यह कदम उठाया है। आरबीआई जल्द ही बैंकों से यह फैसला लागू करने के लिए कहेगा। हाल ही में केंद्रीय बैंक ने आरटीजीएस का समय बढ़ाया कर शाम के छह बजे तक कर दिया था। इस सुविधा को जल्द ही 24 घंटे के लिए लागू किया जा सकता है।
एटीएम भी होगा शुल्क मुक्त
आम जनता द्वारा प्रयोग किए जाने वाले अन्य बैंकों के एटीएम पर लगने वाले शुल्क में बदलाव होगा। भारतीय रिजर्व बैंक ने इसका गुरुवार को एलान करते हुए कहा कि शुल्क में बदलाव के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है। आरबीआई ने कहा है कि बहुत दिनों से बैंक के पास एटीएम पर लगने वाले शुल्क और फीस में बदलाव करने की मांग हो रही है। इसको देखते हुए बैंक ने एक कमेटी बनाने का निर्णय लिया है, जिसमें सभी बैंक और एटीएम सेवा देने वाली कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। इस कमेटी में भारतीय बैंक संघ के सीईओ, अध्यक्ष होंगे। यह कमेटी अपनी पहली बैठक के दो महीने बाद रिपोर्ट सौंपेगी।
जीडीपी का अनुमान घटाया
इस बीच, रिजर्व बैंक ने जीडीपी का अनुमान घटा दिया है। रिजर्व बैंक के मुताबिक जीडीपी ग्रोथ रेट 7 फीसदी रहने का अनुमान है। इससे पहले आरबीआई ने जीडीपी ग्रोथ को 7.2 फीसदी का अनुमान लगाया था। वहीं केंद्रीय बैंक ने 2019-20 की पहली छमाही में महंगाई दर 3 से 3.1 फीसदी तक रहने का अनुमान जताया है। वहीं साल की दूसरी छमाही में यह आंकड़ा 3.4 फीसदी-3.7 फीसदी तक रह सकता है।