वाशिंगटन। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच अमेरिकी विदेश विभाग ने अपने खास इज़रायल को अपनी 'डू नॉट ट्रैवल' लिस्ट में शामिल किया है। अमेरिकी विदेश विभाग ने एक ट्रैवल एडवाइजरी जारी कर अमेरिकियों को यह जानकारी दी। इजरायल को आइसलैंड, फ्रांस, लाओस, थाईलैंड, इस्वातिनी, अरूबा और फ्रेंच पोलिनेशिया जैसे अन्य देशों के साथ तथाकथित चौथे स्तर की श्रेणी में शामिल किया गया है। इन देशों में कोरोना वायरस के मामलों में उछाल देखने को मिल रहा है। सलाहकार सूची, जिसे साप्ताहिक रूप से अपडेट किया जाता है, मुख्य रूप से यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन ट्रैवल हेल्थ नोटिस (टीएचएन) और माध्यमिक कारकों जैसे वाणिज्यिक उड़ान उपलब्धता, अमेरिकी नागरिक प्रवेश पर प्रतिबंध और कोरोना वायरस परीक्षण परिणाम प्राप्त करने में बाधाओं पर आधारित है।
गौरतलब है कि पिछले कुछ महीनों में इज़राइल में मामलों की संख्या में वृद्धि हुई है। इजरायल में 60 फीसद से अधिक आबादी का टीकाकरण होने के बावजूद वहां कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। इज़रायली मीडिया ने बताया है कि नए मामलों का एक बड़ा हिस्सा उन लोगों में है जिन्हें टीके मिले हैं। इज़राइल वैक्सीन कार्यक्रम शुरू करने वाले दुनिया के पहले देशों में से एक है। इजरायल 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन की तीसरी डोज देने वाला पहला देश है। इसके बावजूद कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या में वृद्धि जारी है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इज़रायल में सोमवार को कोरोना संक्रमण के 5,000 से अधिक नए मामले दर्ज किए जो बीते 6 महीने में सबसे बड़ा आंकड़ा है। इजरायल में कोरोना वायरस के अत्यधिक संक्रामक डेल्टा वैरिएंट के प्रसार को रोकने के लिए कोशिशें जारी हैं। इजरायल में आखिरी बार 14 फरवरी को एक दिन में 5,000 से अधिक मामले सामने आए जब 5,190 केस दर्ज किए गए। स्वास्थ्य मंत्रालय के महानिदेशक नचमन ऐश ने कहा था कि उनका कार्यालय कोरोना संक्रमण की बढ़ती दर से चिंतित है और आने वाले दिनों में व्यवसायों की सीमा सहित विस्तार प्रतिबंधों का वजन करेगा।
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इजरायल में 60 फीसदी से अधिक लोगों को लग चुके हैं टीके, लेकिन कहर ढा रहा कोरोना -घबराए अमेरिका ने कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण इजरायल को डू नॉट ट्रैवल लिस्ट में डाला