जिनेवा । अफगानिस्तान में बिगड़ते सुरक्षा हालात के बीच साल की शुरुआत से करीब चार लाख लोग विस्थापित हुए हैं,खासकर मई में बड़ी संख्या में लोग विस्थापन को मजबूर हुए हैं। संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुतारेस के प्रवक्ता ने इसकी जानकारी दी। अमेरिका ने युद्धग्रस्त देश में करीब दो दशक से जारी अपनी सैन्य उपस्थिति को खत्म करने की कवायद में लगभग अपने ज्यादातर बलों को वापस बुला लिया है। इस प्रक्रिया के 31 अगस्त तक पूरी होने की उम्मीद है। अमेरिका ने एक मई से अपने बलों को अफगानिस्तान से वापस बुलाना शुरू किया था, तब से ही वहां पर आतंकवादी हमले एकाएक बढ़े हैं। तालिबान आतंकवादियों ने अफगानिस्तान की प्रांतीय राजधानियों में से एक चौथाई पर कब्जा कर लिया है।
गुतारेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा, इस साल की शुरुआत से करीब 3,90,000 लोग देश में संघर्ष के कारण विस्थापित हुए हैं, विस्थापित लोगों की संख्या मई में एकाएक बढ़ी है।’’ उन्होंने कहा कि संरा मानवीय मामलों के सहयोगियों के अनुसार एक जुलाई से पांच अगस्त, 2021 के बीच मानवीय समुदाय ने सत्यापित किया है, कि आंतरिक रूप से विस्थापित 5,800 लोग काबुल पहुंचे जो संघर्ष एवं अन्य खतरों से बचाने की गुहार लगा रहे हैं। इन लोगों को भोजन, घरेलु वस्तुएं, पानी और स्वच्छता संबंधी मदद दी गई हैं।
यहां बड़ी संख्या में लोग खुले में रह रहे हैं। खुले स्थानों और उद्यानों में रह रहे विस्थापित लोगों की स्थिति का आकलन करने के लिए दस दलों को तैनात किया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने अतिरिक्त 4,522 विस्थापित लोगों की पहचान की है जिन्हें आश्रय, भोजन, साफ-सफाई और पेयजल की जरूरत है। अस्थायी स्वास्थ्य शिविर और सचल स्वास्थ्य दल इन लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करवा रहे हैं।’’
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तालिबान के डर से अफगानिस्तान से करीब चार लाख लोग विस्थापित हुए, संयुक्त राष्ट्र ने दी इसकी जानकारी