नई दिल्ली । दिल्ली के निरंकारी कोविड केयर सेंटर में भर्ती मरीजों को अब आईसीयू और टेलीमेडिसिन सेंटर की सुविधा मिल सकेगी। स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने आज यहां 300 आईसीयू बेड और टेलीमेडिसिन सेंटर का शुभारम्भ किया। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अब दिल्ली के डॉक्टर यहां भर्ती मरीजों के इलाज के लिए ब्रिटिश डॉक्टरों से विचार-विमर्श कर सकेंगे। हमने ब्रिटिश एसोसिएशन ऑफ फिजिशियन ऑफ इंडियन ओरिजिन के 750 डॉक्टरों के साथ मिलकर आईसीयू व टेलीमेडिसिन सेंटर शुरू किया है। कोविड केयर सेंटर में आईसीयू की सुविधा नहीं होने की वजह से कुछ मरीज भर्ती नहीं होते थे। इसी के मद्देनजर सरकार ने यहां आईसीयू बेड बना दिए हैं। सेंटर में 90 फीसदी से अधिक मरीज ठीक होकर घर गए हैं। केवल 5 से 7 फीसदी मरीजों को रैफर करना पड़ा और एक भी मरीज की मौत नहीं हुई। दिल्ली सरकार का 800 बेड का कोविड केयर सेंटर दुनिया भर में बने फील्ड अस्पतालों में इकलौता अस्पताल है, जहां आईसीयू बेड और वेंटिलेटर समेत सभी सुविधाएं हैं। पहले किसी को उम्मीद नहीं थी कि मैदान में ऐसा शानदार अस्पताल बनाया जा सकता है, लेकिन केजरीवाल सरकार ने यह करके दिखाया है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने तिमारपुर विधायक दिलीप पांडे के साथ निरंकारी मैदान स्थिति कोविड केयर सेंटर में 300 आईसीयू बेड और आईसीयू टेलीमेडिसिन सेंटर का उद्घाटन किया।
स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली सरकार ने कोविड केयर सेंटर अस्पताल बनाया है। यह देश ही नहीं, बल्कि दुनिया भर में बने फील्ड अस्पतालों में ऐसा इकलौता अस्पताल है, जहां पर आईसीयू बेड और वेंटिलेटर सहित तमाम सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। वातानुकूलित अस्पताल में 308 बेड के आईसीयू के साथ पाइप के जरिए ऑक्सीजन की भी सुविधा उपलब्ध कराई गई है। पहले किसी को उम्मीद नहीं थी कि मैदान में इस तरह का शानदार अस्पताल बनाना संभव है, लेकिन दिल्ली सरकार ने यह करके दिखाया है। इसके लिए डॉक्टरों के साथ सभी को बधाई देता हूं। उन्होंने कहा कि अस्पताल में मरीज को सबसे ज्यादा सहानुभूति की जरुरत होती है। कई अस्पतालों में मरीज को अच्छा इलाज मिलता है, लेकिन प्यार से देखभाल नहीं की जाती। लेकिन यहां कोविड केयर सेंटर में मरीजों की बेहतर देखभाल की जा रही है। कई मरीजों ने बताया कि यहां डॉक्टर और स्टाफ ने उनकी बहुत अच्छी देखभाल की है। स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि इस कोविड केयर सेंटर में भर्ती होने वाले 90 फीसद से अधिक मरीज यहां से ठीक होकर घर गए। सिर्फ 5 से 7 फीसद मरीजों को ही यहां से रैफर करना पड़ा। कोविड केयर सेंटर में एक भी मौत नहीं हुई। यहां से रैफर होने वाले मरीजों को बुराड़ी अस्पताल में भर्ती किया गया। उन्होंने कहा कि कोविड केयर सेंटर में काफी मरीज सिर्फ इस वजह से भर्ती नहीं होते थे, क्योंकि यहां पर आईसीयू नहीं था। मरीजों का मानना था कि आईसीयू बेड की जरुरत पड़ी, तो वे क्या करेंगे? इसलिए अब मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के कुशल नेतृत्व में दिल्ली सरकार ने यहां आईसीयू बेड बना दिए हैं। स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि केजरीवाल सरकार ने ब्रिटिश एसोसिएशन ऑफ फिजिशियन ऑफ इंडियन ओरिजिन (बीएपीआईओ) के साथ मिलकर टेलीकंसल्टेशन की सुविधा शुरू की है। दूसरे डॉक्टर के साथ विचार-विमर्श करने से यहां इलाज कर रहे डॉक्टर का आत्मविश्वास बढ़ जाता है। हमारे डॉक्टरों को काफी जानकारी है, इसके बावजूद एक बीमारी पर किसी दूसरे डॉक्टर के साथ चर्चा कर लेने से उपचार प्रक्रिया को लेकर आत्मविश्वास का स्तर बढ़ जाता है। उन्होंने कहा कि हमारे डॉक्टरों को बीएपीआईओ कंसल्टेशन का काफी फायदा मिलेगा। इसके अलावा हमारे डॉक्टर जो जानकारी साझा करेंगे, उससे वहां के डॉक्टर को भी फायदा जरूर होगा, क्योंकि नए तरीके के मामले देखने को मिलेंगे और नई जानकारियां मिलेंगी। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इस तरह के ज्ञान साझा करने वाले प्लेटफार्म हर स्तर पर बनाए जाएं। 20 साल से उपलब्ध जिस तकनीकि का इस्तेमाल नहीं हो रहा था, कोरोना महामारी के दौर में उसका इस्तेमाल होने लगा है। पहले तकनीकि के इस्तेमाल को लेकर एक अजीब भय था कि हम तकनीकी का इस्तेमाल नहीं करेंगे। अभी एकदम से लोग तकनीकी का इस्तेमाल करने के लिए तैयार हो गए हैं। इस वजह से पूरी दुनिया अब छोटी हो जाएगी और नॉलेज शेयरिंग को तेजी से बढ़ावा मिलेगा।
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निरंकारी कोविड केयर सेंटर में भर्ती मरीजों को केजरीवाल सरकार आईसीयू की सुविधा देगी