शिमला । हिमाचल प्रदेश में लगातार मुसलाधार बारिश के चलते लोगों को सफर करना महंगा पड़ सकता है। राज्य में कई जगहों पर लैंडस्लाइड के मामले सामने आ रहे हैं तो कहीं पर नादियां खतरे के निशान पर बह रही हैं। ऐसे में सड़कों पर सफर करना जोखिम भरा हो गया है। लाहौल के उदयपुर में जुंडा नाले के सामने पार नालड़ा पहाड़ टूटा है। मलबे की वजह से नदी का पानी रुक गया है। इससे साथ लगते गांव की जमीन और हालिंग और जसरथ गांवों पर खतरा बढ़ गया है। दरिया बांध का रूप ले चुका है। साथ ही के गांव को खाली करने के आदेश दिए गए हैं। पानी भरने से लोगों के फसलों को भी खतरा पैदा हो गया है। इससे पहले गुरुवार को लाहौल स्पीति में उदयपुर-मदग्रान मार्ग पर यातायात बहाल कर दिया गया। बीआरओ ने यह जानकारी दी है। हिमाचल में लगातार लैंडस्लाइड से दहशत का माहौल है।
स्थानीय विधायक और हिमाचल सरकार में मंत्री रामलाल मार्केंडेय ने बताया कि लाहौल के नालड़ा गांव के पास भूस्खलन के कारण चंद्रभागा नदी का प्रवाह अवरुद्ध हो गया है। अधिकारियों को तुरंत मौके पर पहुंचने के निर्देश दिए हैं और मैं माननीय मुख्यमंत्री जी से मिलने पहुंचा हूं। हिमाचल विधानसभा के मानसून सत्र में सदन में मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मानसून सीजन में खासा नुकसान हुआ है। बरसात के इस दौर में 13 जून से अब तक हिमाचल में 248 लोगों की मौत हुई है। लगातार बारिश से प्रदेश के कई इलाकों में डर का माहौल है। मौसम विभाग ने शनिवार को 10 मैदानी और मध्य पर्वतीय जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। 18 अगस्त तक पूरे प्रदेश में मौसम खराब बना रहने का पूर्वानुमान है। बता दें कि गुरुवार को ऊना में अधिकतम तापमान 35.7, बिलासपुर में 33.5, सुंदरनगर में 32.6, कांगड़ा में 32.2, चंबा में 31.8, हमीरपुर में 31.4, सोलन में 30.0, धर्मशाला में 27.8, कल्पा में 24.2, केलांग में 24.1, शिमला में 23.4 और डलहौजी में 21.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। उधर, बुधवार रात को धर्मशाला में 46, बैजनाथ में 34, ऊना में 18, नगरोटा सूरियां में 12, मंडी में 10, पालमपुर में 8, देहरा गोपीपुर-नाहन में 7, नारकंडा में 5 और पांवटा साहिब में 3 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई।
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हिमाचल में सड़कों पर सफर करना पड़ सकता है भारी, लगातार हो रहे लैंडस्लाइड