करी पत्ते का यह छोटा सा पत्ता दिखने में जितना छोटा है, स्वाद और सेहत के लिए उतना ही फायदेमंद है। यही कई बीमारियों के मरीजों के लिए फायदेमंद होता है। करी पत्ता आयरन और फॉलिक एसिड का स्रोत होता है। आयरन की कमी सिर्फ शरीर में आयरन न होने पर ही नहीं होता है बल्कि शरीर के आयरन को सोख न पाने के कारण भी होता है। इसके अलावा फॉलिक एसिड आयरन को सोखने में भी मदद करता है। करी पत्ता इन दोनों कामों को करके एनीमिया की कमी को दूर करता है।अगर आप बहुत शराब पीते हैं और इसके कारण लीवर को नुकसान पहुंच रहा है तो आप अपने खाने में करी पत्ता को शामिल करना न भूलें। एशियन जर्नल ऑफ फार्मासुटिकल एण्ड क्लीनिकल रिसर्च के अनुसार शरीर में केम्पफेरॉल के कारण जो ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस और टॉक्सिन्स बनता है वह लीवर को क्षति पहुंचाता है, उससे यह बचाता है। जर्नल ऑफ प्लांट फूड फॉर न्यूट्रिशन के अध्ययन के अनुसार करी पत्ता में जो फाइबर होता है वह ब्लड में से इन्सुलिन को प्रभावित करके ब्लड-शुगर लेवल को कम करता है। करी पत्ता हजम शक्ति को बढ़ाकर वेट लॉस में सहायता करता है। इसलिए डाइबीटिज और वज़न बढ़ने वाले लोगों के लिए करी पत्ता खाना ज़रूरी होता है। शायद आपको जानकर आश्चर्य होगा कि यह ब्लड में से कोलेस्ट्रोल को कम करने में अहम् भूमिका अदा करता है। यह ब्लड में गुड कोलेस्ट्रोल के मात्रा को बढ़ाकर हृदय संबंधी रोग और एनथेरोक्लेरोसीस से रक्षा करता है। ज्यादातर लोगों का लगता है कि बिना करी पत्ते के दक्षिण भारतीय व्यंजन जैसे ही डोसा, सांभर, वाडा जैसी चीजें अधूरी होती हैं। क्योंकि इसका हल्का का कड़वा स्वाद आपके खाने में वो स्वाद लेकर आता है, जो वाकई लगता है कि आप देसी खाना खा रहे हैं।