नई दिल्ली । मेघालय के गृह मंत्री लहकमन रिम्बुई ने पूर्व उग्रवादी के पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने को लेकर शिलांग में हुई हिंसा के बीच रविवार को इस्तीफा दे दिया। रिम्बुई ने मुख्यमंत्री कोनराड के संगमा से चेरिस्टरफील्ड थांगखियु नामक उग्रवादी के समर्पण करने के बाद पुलिस मुठभेड़ में हुई मौत के मामले की न्यायिक जांच गठित करने का भी अनुरोध किया। मुख्यमंत्री को संबोधित त्यागपत्र में उन्होंने कहा, मैं उस घटना को लेकर आश्चर्य व्यक्त करता हूं, जहां कानून के सिद्धांतों को लांघते हुए चेरिस्टरफील्ड थांगखियु के आवास पर पुलिस की छापेमारी के बाद उसे मार गिराया गया। रिम्बुई ने कहा, मैं आपसे खुद को गृह (पुलिस) विभाग की जिम्मेदारी से तत्काल मुक्त किए जाने का आग्रह करता हूं। इससे सरकार द्वारा घटना के पीछे का सच सामने लाने के लिए गठित जांच निष्पक्ष एवं स्वतंत्र तरह से हो सकेगी। मैं इस मामले की न्यायिक जांच का प्रस्ताव करता हूं। यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी ने भी उनके पद छोड़ने के निर्णय का समर्थन किया है। उन्होंने कहा, मैंने अपने दल के नेतृत्व से विचार-विमर्श करने के बाद ही इस्तीफा दिया है ताकि थांगखियु की मौत के मामले की स्वतंत्र एवं निष्पक्ष जांच सुनिश्चित हो सके। वहीं, मुख्यमंत्री के एक करीबी सूत्र ने बताया कि सरकार ने इस्तीफा स्वीकार कर लिया है क्योंकि गृह मंत्री रिम्बुई घटना से अवगत थे। मेघालय सरकार ने समर्पण करने वाले उग्रवादी की पुलिस मुठभेड़ में मौत होने के बाद आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाओं के बीच रविवार को शिलांग में कर्फ्यू लगा दिया गया और कम से कम चार जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। चेरिस्टरफील्ड थांगखियु नामक उग्रवादी के समर्पण करने के बाद पुलिस ने एक मुठभेड़ में 13 अगस्त को उसे मार गिराया था। थांगखियु के शव को रविवार को दफनाया गया, जिसके बाद इन क्षेत्रों से हिंसा की घटनाएं सामने आई थीं। पुलिस ने बताया कि 2018 में समर्पण करने के बाद थांगखियु ने आईईडी विस्फोटकों से किए गए कई हमलों की साजिश रची थी।
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शिलांग में हिंसा के बीच मेघालय के गृह मंत्री ने दिया इस्तीफा