लखनऊ । उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव में पार्टी का पक्ष मीडिया और जनता के बीच ठीक से रखने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के नेतृत्व वाली बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने तीन प्रवक्ताओं की नियुक्ति की है। बसपा अब तक प्रवक्ता की नियुक्ति नहीं करती थी, लेकिन दूसरी पार्टियों के दबाव में इस बार उसने तीन-तीन प्रवक्ता नियुक्त किए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने विभिन्न मंचों पर पार्टी का पक्ष प्रभावशाली तरीके से रखने के लिए बसपा नेता धर्मवीर चौधरी, एमएच खान और फैजान खान को पार्टी का प्रवक्ता बनाया है।
तीनों नेता अब विभिन्न मंचों पर अधिकारिक रूप से बसपा का पक्ष रखेंगे। धर्मवीर चौधरी और एमएच खान पहले से बसपा समर्थक के तौर पर टीवी के कार्यक्रम और बहस में हिस्सा लेते रहे हैं। हालांकि, बसपा की ओर से अभी तक जो चुनिंदा नेता टीवी पर बहस करते नजर आते थे, वे पार्टी की ओर से घोषित प्रवक्ता नहीं थे, उनका परिचय बसपा के समर्थक और जानकार के रूप में दिया जाता था।
बसपा नेता सुधींद्र भदौरिया भी टीवी पर पार्टी समर्थक के तौर पर चर्चा में हिस्सा लिया करते थे, लेकिन बसपा प्रवक्ताओं की लिस्ट में उन्हें जगह नहीं मिल सकी है। बसपा शुरू से ही मीडिया से दूरी बनाकर रखती आई है। कांशीराम से लेकर मायावती तक ने मीडिया से लगातार दूरी बनाकर रखी है।
बसपा मीडिया में बात रखने के लिए प्रवक्ताओं की बजाय अपने कैडर का सहारा लेती है और ग्राउंड स्तर तक अपनी बात संगठन के जरिए पहुंचाती है। चुनाव के दौरान यह बूथ स्तर तक होता है, जिसे अलग-अलग क्षेत्र के कोआर्डिनेटर देखते हैं और इन सब पर मायावती नजर रखती हैं। पार्टी समर्थकों तक अपनी बात पहुंचाने में प्रवक्ताओं की कमी न खले, इसके लिए मायावती खुद मीडिया को बुलाकर प्रेस कॉफ्रेंस करती हैं। हालांकि, इस दौरान वह सिर्फ अपनी बात रखती हैं और पत्रकारों के किसी भी सवाल का जवाब नहीं देती। यह पहली बार है जब उन्होंने अपनी रणनीति में बदलाव करते हुए तीन प्रवक्ता नियुक्त किए हैं। ये प्रवक्ता पत्रकारों से सभी सवालों का जवाब देंगे और मीडिया की चर्चाओं में भी भाग लेंगे।
रीजनल नार्थ
अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए बसपा ने नियुक्त किए तीन प्रवक्ता