पटना । बिहार में लगातार बारिश के चलते प्रदेश से गुजरने वाली नदियों का जलस्तर बढ़ गया था और बाढ़ जैसे हालत बन गए थे। लेकिन अब बारिश की रफ्तार थम जाने से नदियों का जलस्तर घट गया हैं और बाढ़ का खतरा कम हो गया है। दरअसल, पिछले कुछ दिनों से गंगा रौद्र रूप धारण कर रखी थी। साथ ही सोन और पुनपुन नदियों में भी उफान था। पर अब गंगा का उफान थमता नजर आ रहा है। गगा नदी का जलस्तर बक्सर में खतरे के स्तर से नीचे चला गया है। पटना के दीघाघाट, गांधीघाट खतरे के निशान से ऊपर हैं लेकिन यहां भी जलस्तर घट रहे हैं। मोकामा के पास हाथीदाह (पटना) में, यह घट रहा है, लेकिन यहां अभी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। सोन व पुनपुन नदी का जल स्तर भी कम हो रहा है। इसके कारण पटना शहर में बाढ़ का पानी प्रवेश करने का खतरा फिलहाल टल गया है।
हालांकि, मौसम विभाग ने मंगलवार को उत्तर-पूर्व बिहार और दक्षिण-पूर्व बिहार में अच्छी बारिश होने की संभावना जताई है। वहीं, विशेष रूप से मधुबनी, भागलपुर और बांका में भारी बारिश की आशंका हैं। अगले तीन से चार दिन तक बिहार में मानसून लगातार सक्रिय रहेगा। अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर-मध्य एवं उत्तर पूर्व के कई स्थानों पर हल्के से मध्यम स्तर की बारिश तो उत्तर-पश्चिम भाग के सीतामढ़ी, अररिया, किशनगंज, पूर्वी चंपारण के कुछ भागों में मेघ गर्जन के साथ भारी बारिश के आसार हैं। जानकारों के मुताबिक अगर अगले कुछ दिनों तक गंगा, सोन और पुनपुन इसी तरह का नियंत्रित दिखी तो बाढ़ से लोगों को निजात मिल जाएगी गंगा खतरे के निशान से नीचे आ जाएगी।
जल संसाधन विभाग के मुताबिक, गांधी घाट में जल स्तर 15 अगस्त को आठ सेंटीमीटर बढ़ कर 50.45 मीटर हो गया था। लेकिन सोमवार को यहां जल स्तर घट कर 50.34 मीटर हो चुका है। इस घाट पर भी जल स्तर नौ सेंटीमीटर घटा है। श्रीपालपुर में पुनपुन नदी का जल स्तर 51.66 मीटर हो चुका है, जबकि 15 अगस्त को यहां का जलस्तर 52.18 मीटर था। यानी 24 घंटे में जल स्तर 52 सेंटीमीटर कम हो चुका है। सोन नदी में भी कई जगहों पर जल स्तर कम हुआ है। मनेर में जल स्तर 53.15 मीटर हो चुका है, जबकि रविवार को जल स्तर 53.42 मीटर था। सोमवार को जल स्तर 27 सेंटीमीटर कम हुआ है। दूसरी ओर भागलपुर जिले के इस्माइलपुर में रविवार को बांध टूटने से निचले इलाकों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है।
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पटना में अब नहीं आएगी बाढ़, बारिश थमने से गंगा नदी का घटा जलस्तर