पेटीएम पेमेंट्स बैंक को मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इन्फर्मेशन टेक्नॉलॉजी से वित्त वर्ष 2019-20 के लिए 501.16 करोड़ डिजिटल ट्रांजैक्शन का टारगेट मिला है। यह टारगेट कई बड़े बैंकों जैसे एचडीएफसी ,आईसीआईसीआई और पंजाब नैशनल बैंक के तय टारगेट से ज्यादा है। इस बारे में पेटीएम पेमेंट्स बैंक ने शुक्रवार को कहा कि अब वह सिर्फ स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से पीछे है, जिसके पास डिजिटल ट्रांजैक्शन के लिए सबसे ज्यादा टारगेट है। सिर्फ 5 बैंकों को ही 100 करोड़ से ज्यादा ट्रांजैक्शन का टारगेट मिला है, जिनमें एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक, पंजाब नैशनल बैंक और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया शामिल हैं। बयान में कहा गया है, भारत में डिजिटल ट्रांजैक्शन को प्रमोट करने के लिए, मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इन्फर्मेशन टेक्नॉलॉजी ने सभी बैंकों के लिए टारगेट सेट किया है और इसकी प्रगति को करीब से मॉनिटर करती है। पेटीएम के लिए यह टारगेट इसकारण भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह बड़े बैंकों जैसे एचडीएफसी, आईसीआईसीआई और पंजाब नैशनल बैंक के लिए तय किए गए टारगेट से ज्यादा है। यह बताता है कि पेटीएम देश में डिजिटल पेमेंट्स में सबसे आगे है।'
वित्तवर्ष 2018-19 में पेमेंट्स बैंक ने 354 करोड़ ट्रांजैक्शन का टारगेट पार कर 393 करोड़ डिजिटल ट्रांसफर रिकॉर्ड किए गए। बात करें मोबाइल बैंकिंग और यूपीआई ट्रांजैक्शन की तो पेटीएम पेमेंट्स बैंक का मार्केट शेयर क्रमशः 19 फीसदी और 32 फीसदी है। पेटीएम ने कहा, देश में कुल मोबाइल बैंकिंग ट्रांजैक्शन के करीब एक तिहाई पेटीएम पेमेंट्स बैंक द्वारा पावर्ड हैं और सालाना तौर पर यह 3 लाख करोड़ से ज्यादा कीमत के डिजिटल ट्रांजैक्शन प्रोसेस करता है।' अप्रैल 2019 की बात करें तो पेटीएम पेमेंट्स बैंक के सेविंग अकांउट्स में 500 करोड़ से ज्यादा का डिपॉजिट था। इसके साथ ही डिपॉजिट के मामले में यह देश का सबसे बड़ा पेमेंट बैंक बन जाता है। बयान में आगे कहा गया कि बैंक वित्त वर्ष 2019-20 में कंपनी का उद्देश्य ज्यादा प्रॉडक्ट और फीचर लाने का है ताकि सेविंग अकाउंट पेमेंट्स की मंथली प्रोसेसिंग को 24,000 करोड़ से बढ़ाकर 40,000 करोड़ किया जा सके।
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पेटीएम पेमेंट्स बैंक को मिला 501.16 करोड़ डिजिटल ट्रांजैक्शन का टारगेट