भारत की सबसे बड़ी शराब कंपनी यूनाइटेड स्पिरिट्स ने वित्तवर्ष 2018-19 में ऑपरेटिंग प्रॉफिट का 10 प्रतिशत से ज्यादा हिस्सा क्रिकेट से कमाया। यहां इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में इसकी टीम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के खराब प्रदर्शन के बावजूद हुआ। विश्व की सबसे बड़ी शराब कंपनी डियाजियो पीएलसी की भारतीय यूनिट ने बताया कि पिछले वित्तवर्ष में आरसीबी का लाभ दोगुने से ज्यादा बढ़कर 313 करोड़ हो गया और ईबीटेंड 431 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 146 करोड़ पहुंच गया। हालांकि वित्तवर्ष 2018-19 में आईपीएल के सीजन 12 की आमदनी भी शामिल था क्योंकि इस साल लीग जल्दी शुरू हो गई थी। यूएसएल के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर संजीव चूड़ीवाला ने बताया, हम स्ट्रैटेजी में कुछ इसतहर का बदलाव लाते हैं, जिनसे ग्रोथ में मदद मिलती है, जैसे कमर्शियल पार्टनरशिप के रेवेन्यू को बढ़ाने के लिए सिर्फ जर्सी को मॉनेटाइज करने के बजाय प्लेयर टाइम कॉस्ट लगाना और टिकट के रेवेन्यू की जगह मैच वाले दिन की इनकम पर ध्यान देना, जिससे हर सीट से मार्जिन बढ़ सके।'
आरसीबी आईपीएल की शुरुआती 8 टीमों में से एक है। इस यूएसएल के पूर्व मालिक विजय माल्या ने 2008 में 11.16 करोड़ डॉलर में खरीदा था। आईपीएल में 7 बार प्ले-ऑफ स्टेज तक पहुंचने में नाकाम रही आरसीबी को पहली बार वित्त वर्ष 2017 में मुनाफा हुआ था। उस साल इसकी आमदनी 162 करोड़ था। वहीं, पिछले साल यूएसएल के ऑपरेटिंग प्रॉफिट में आरसीबी का योगदान सिर्फ 3 प्रतिशत था। ब्रोकरेज फर्म इडलवाइज सिक्योरिटीज के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अबनीश रॉय ने बताया, कच्चे माल की अधिक कीमतों से शराब बिजनेस से मार्जिन पर प्रेशर पड़ रहा है। ऊंचे प्रॉफिट के अलावा आरसीबी से यूएसएल ब्रांड की एडवर्टाइजिंग के जरिए इंटेंजिबल प्रॉफिट कमाने में भी मदद मिलती है। हालांकि फिर भी यह नॉन-कोर एसेट ही है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि आईपीएल के स्टेबल फेज में जाने से फ्रेंचाइजी ओनर और इनवेस्टर फाइनेंशियल नजरिए से निवेश से रिटर्न पर फोकस कर सकते हैं।
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शराब कंपनी यूएसएल के ऑपरेटिंग प्रॉफिट में आरसीबी की बढ़ी भागीदारी