नई दिल्ली । भारतीय क्रिकेट टीम के युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत का टीम इंडिया तक का सफर आसान नहीं रहा है। 23 साल के ऋषभ ने 23 टेस्ट खेलकर ही अनुभवी महेन्द्र सिंह धोनी के कई बड़े रिकॉर्ड तोड़ दिये हैं। ऋषभ के नाम इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट शतक हैं पर उनका ये सफर बेहद कठिन रहा है। ऋषभ पंत अभी इंग्लैंड दौरे पर हैं। ऋषभ का जन्म 1997 में रुड़की में हुआ था। 12 साल की उम्र में वह ट्रेनिंग के लिए दिल्ली आते थे। इस दौरान उनके पास ठहरने के लिए कोई जगह नहीं थी, इसलिए वह गुरुद्वारे में ठहरते थे। ऋषभ ने दिल्ली की ओर से अंडर-19 क्रिकेट में 150 रन की पारी खेली जिससे उनपर सभी का ध्यान गया। उन्होंने 2015 में दिल्ली की ओर से फर्स्ट क्लास डेब्यू किया. ऋषभ ने 2016-17 रणजी सीजन में महाराष्ट्र के खिलाफ 308 रन की पारी खेलकर सभी को हैरान कर दिया। वे ऐसा करने तीसरे सबसे युवा भारतीय बल्लेबाज थे। वहीं नवंबर 2016 में इस बल्लेबाज ने झारखंड के खिलाफ रणजी ट्रॉफी के मुकाबले में 48 गेंद पर ही शतक लगा दिया। यह किसी बल्लेबाज का रणजी में सबसे तेज शतक था। इसके बाद वह 2016 में अंडर-19 विश्व कप टीम में भी शामिल थे।
ऋषभ ने अब तक 23 टेस्ट में 42 की औसत से 1487 रन बनाए हैं। इसमें 3 शतक और 6 अर्धशतक हैं। इसमें से दो अर्धशतक विदेशी धरती पर लगे हैं। वह विदेश में दो शतक लगाने वाले एकमात्र भारतीय विकेटकीपर हैं। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में शतक लगाये हैं। ऋषभ ने घर के बाहर 16 टेस्ट में 38 की औसत से 988 रन बनाये हैं। 2 शतक और 2 अर्धशतक लगाये हैं जबकि धोनी ने घर के बाहर 48 टेस्ट में केवल एक ही शतक लगाया है। ऋषभ डेब्यू के बाद टेस्ट में सबसे अधिक रन बनाने वाले विकेटकीपर बल्लेबाज हैं। उन्होंने 1487 रन बनाए हैं। वहीं अन्य कोई भी बल्लेबाज 1400 रन भी नहीं बना पाया है। दक्षिण अफ्रीका के विकेटकीपर क्विंटन डिकॉक 1311 रन के साथ दूसरे नंबर पर हैं।
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ऋषभ का टीम इंडिया का सफर नहीं रहा आसान