लखनऊ । उत्तर प्रदेश सरकार कुश्ती सहित दो खेलों को अगले दस साल के लिए सहायता देगी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह घोषणा की है। उन्होंने कहा है कि राज्य सरकार कुश्ती सहित दो खेलों को गोद लेकर उनके विकास के लिए जो भी राशि होगी उसका वहन करेगी। मुख्यमंत्री ने इकाना स्टेडियम में आयोजित एक कार्यक्रम में ओलंपिक में खिलाड़ियों के सम्मान समारोह के दौरान यह बात कही। साथ ही कहा कि इसमें एक खेल कुश्ती रहेगा जबकि दूसरे खेल का चयन खेलकूद विभाग द्वारा किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार राज्य के हर गांव में एक खेल मैदान के निर्माण पर तेजी से काम कर रही है। इसी के तहत मेरठ में खेल विश्वविद्यालय का भी निर्माण हो रहा है। प्रदेश सरकार मेजर ध्यानचंद के नाम पर एक खेल विश्वविद्यालय भी स्थापित करेगी। राज्य सरकार लखनऊ में एक कुश्ती अकादमी की भी स्थापना करेगी। उन्होंने बताया कि सरकार खेल कॉलेज में खिलाड़ियों की आहार धनराशि को भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) की तर्ज पर अब 250 रुपये से बढ़ाकर 375 रुपये प्रति दिन प्रति खिलाड़ी करने जा रही है। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार ने ओलंपिक खेलों, राष्ट्रमंडल खेलों, एशियाई खेलों और विश्व कप तथा विश्व चैंपियनशिप में उत्तर प्रदेश के विजेता खिलाड़ियों को राजपत्रित पदों पर सीधी भर्ती के माध्यम से नियुक्ति प्रदान करने और पुलिस में भी उपाधीक्षक का पद देने के लिए सहमति दे दी है।
योगी ने कहा कि कोरोना महामारी की बाधा के बाद भी हमारे खिलाड़ियों ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और अब तक के हमारे ओलंपिक इतिहास में भारत को सर्वाधिक पदक उपलब्ध कराने में जो योगदान दिया जो अविस्मरणीय है। उत्तर प्रदेश से भी 10 खिलाड़ियों ने भी इन खेलों में हिस्सा लिया। प्रदेश सरकार ओलंपिक में व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीतने वाले राज्य के खिलाड़ियों को छह करोड़ रुपये, रजत पदक विजेताओं को चार करोड़, कांस्य पदक विजेताओं को दो करोड़ रुपए और टीम खेलों में स्वर्ण पदक जीतने पर तीन करोड़, रजत पदक पर दो करोड़ और कांस्य पदक पर एक करोड़ रुपए पुरस्कार स्वरूप उपलब्ध कराती है।
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कुश्ती सहित दो खेलों को अगले दस साल तक के लिए सहायता देगी यूपी सरकार