खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री राम विलास पासवान ने दिल्ली में एक सम्मेलन में अरहर दाल की कीमत हाल में बढ़ने का मुद्दा उठाए जाने पर कहा कि बफर स्टॉक में 14 लाख टन दाल है और इसके अलावा नेफेड के पास भी 20 लाख टन दालें हैं। इसके बावजूद इनके मूल्य बढ़तें हैं तो सरकार इस पर ध्यान देगी। राष्ट्रीय राजधानी और कुछ अन्य स्थानों में अरहर दाल की कीमत 94-95 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गई है। लोकसभा चुनाव के दौरान किसी भी पार्टी ने महंगाई को मुद्दा नहीं बनाया। देश में आवश्यक वस्तुओं की कीमतें नियंत्रण में है। मजदूरों में समानता लाने के लिए भारतीय खाद्य निगम में चार श्रेणियों के करीब 40 हजार श्रमिकों को एक ही श्रेणी में कर दिया जाएगा। वर्तमान में निगम में चार तरह के मजदूर हैं जिनमें विभागीय मजदूर के अलावा डेली पेमेंट, नो वर्क नो पे और ठेकेदारी प्रथा के मजदूर हैं। विभागीय श्रमिक को सबसे अधिक वेतन मिलता है जबकि अन्य मजदूरों को काम के अनुसार भुगतान किया जाता है। इन सभी मजदूरों को अगले छह माह के दौरान एक श्रेणी में कर दिया जाएगा और उन्हें समान वेतन मिलेगा। खाद्य आपूर्ति मंत्री ने कहा कि मंत्रालय की योजनाओं और कामकाज में सुधार के लिए राज्यों के खाद्य एवं आपूर्ति सचिवों की एक बैठक 27 जून को दिल्ली में बुलाई गई है।