नई दिल्ली । संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायुक्त (यूएनएचसीआर) ने कहा कि अफगानिस्तान में सुरक्षा की स्थिति अनिश्चित बनी हुई है। ऐसे में पड़ोसी देशों को शरणार्थियों के लिए सीमाएं खोल देनी चाहिए। हजारों अफगान तालिबान से भागने की कोशिश कर रहे हैं और जरूरत पड़ने पर अफगान सीमा पार कर पड़ोसी देशों में भी पहुंच सकते हैं। स्पुतनिक के अनुसार, यूएनएचसीआर के एशिया और प्रशांत क्षेत्र के क्षेत्रीय प्रवक्ता कैथरीन स्टबरफील्ड ने ये बात कही। स्टब्बरफ़ील्ड ने कहा कि अफ़ग़ान शरणार्थियों की बड़ी संख्या के मामले में अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को अफ़ग़ानिस्तान और उसके पड़ोसियों के लिए समर्थन बढ़ाने के लिए तैयार रहना होगा। संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी ने कहा है कि अफगानिस्तान में 35 लाख लोग आंतरिक रूप से विस्थापित हुए हैं, जिसमें इस साल जनवरी से अब तक 550,000 से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं। प्रवक्ता ने कहा "जबकि सुरक्षा की आवश्यकता वाले अफ़गानों को निकालने या फिर से बसाने के लिए कई देशों द्वारा की गई एकजुटता की अभिव्यक्ति का स्वागत करता है, दुर्भाग्य से ये प्रयास केवल उन लाखों अफ़गानों के एक छोटे अनुपात को लाभान्वित करने में सक्षम हैं जो पहले से ही विस्थापित हैं और देश भर में ज़रूरतमंद हैं"। स्पुतनिक के अनुसार, स्टबरफील्ड ने कहा कि इस तरह की पहल से अफगान शरण चाहने वालों को सीधे दूसरे देशों में जाने से नहीं रोकना चाहिए।
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अफगानी शरणार्थियों के लिए पड़ोसी देशों को खोलनी चाहिए सीमाएं : यूएनएचसीआर