कोलकाता। दुर्गा पूजा सिर्फ पश्चिम बंगाल का नहीं, बल्कि पूरे देश का त्यौहार बन चुका है। दुर्गा पूजा को लेकर जितना उत्सव बंगालियों के जीवन में होता हैं, उतना ही अब बाकी राज्यों में भी देखने को मिलता है। हालांकि यह बात भी सच है कि विदेशों में रहने वाले भारतीयों में भी दुर्गा पूजा का क्रेज लगातार बढ़ रहा है। भले ही कहा जाता है कि दुर्गा पूजा हिंदुओं का त्यौहार है। लेकिन अब यह जाति-धर्म से ऊपर उठ चुका है। दुर्गा पूजा को लेकर सभी धर्मों में उत्साह रहता है।
इसकारण पश्चिम बंगाल सरकार का पर्यटन विभाग संयुक्त राष्ट्र संघ के वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन यानी कि यूनेस्को से सर्वश्रेष्ठ बंगाली त्यौहार को अंतरराष्ट्रीय मान्यता देने की अपील की है। पश्चिम बंगाल के पर्यटन मंत्री इंद्रनिल सेन ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दुर्गा पूजा को कोलकाता से लेकर अलग-अलग जिलों तक तथा दूर दराज के गांव के साथ-साथ दुनिया के कोनों में भी आगे बढ़ा रही हैं। दुर्गा पूजा का अंत अपने आप में दिलचस्प होता है।इस कारण है कि पर्यटन विभाग की ओर से अर्जी यूनेस्को को दी गई है। बंगाल सरकार के प्रशासनिक सूत्रों की माने,तब केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय के माध्यम से हाल में ही आवेदन सही जगह पर पहुंच गया है।
इस मामले को लेकर विभिन्न देशों के प्रतिनिधि राज्य सरकार के आवेदन के आधार पर मूल्यांकन करने वाले है। यूनेस्को ने अभी तक दुनिया भर में 6 त्यौहारों को मान्यता दी है। इनमें फ्रांस, बेल्जियम, स्विटजरलैंड, ब्राजील, बोलीविया जैसे देश शामिल है। कुछ साल पहले ही दुर्गा पूजा को नेशनल ज्योग्राफिक चैनल द्वारा मेगा फेस्टिवल के रूप में मान्यता दी गई थी। यहां अनेकता में एकता के विचार में यूनेस्को के अधिकारियों की ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है।
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बंगाल सरकार की मांग, दुर्गा पूजा को अंतरराष्ट्रीय मान्यता दें यूनेस्को