मुंबई, । एक बार फिर मुंबई समेत महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है. पिछले 10 दिनों में संक्रमण के मामलों में करीब 100 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे कहते हैं कि राज्य में तीसरी लहर के दौरान 60 लाख मामले रिपोर्ट हो सकते हैं. मुंबई में दस दिनों पहले तक 200 से भी कम मामले रिपोर्ट किए जा रहे थे, यह संख्या अब क़रीब 400 पहुंच गई है. क़रीब दो हफ़्तों में ही मुंबई में 100 प्रतिशत मामले बढ़े दिख रहे हैं. अगस्त में रोज़ाना संक्रमण के आँकड़े में ये सबसे बड़ा उछाल है. महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे के अनुसार, त्योहारों का मौसम ख़त्म होते होते राज्य में तीसरी लहर के दौरान 60 लाख मामले दर्ज होने का अंदेशा है. ऐसे में बड़ा ज़ोर मेडिकल उपकरण और ऑक्सीजन उत्पादन बढ़ाने पर है. स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा, 'पहले 1300 एमटी ऑक्सीजन उत्पादन की क्षमता थी, उसको बढ़ाकर 2000 एमटी कर दिया है. इसके साथ ही लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन के स्टोरेज की भी व्यवस्था की है. पहली लहर में 20 लाख, दूसरी में 40 लाख और आशंका जताई जा रही है कि तीसरी लहर में 60 लाख कोविड-19 मामले दिख सकते हैं. अनुभव रहा है कि 12 प्रतिशत मरीज़ों को ऑक्सीजन की ज़रूरत पड़ेगी. इसी को ध्यान में रखते हुए हमने ये सारी तैयारी की है.' मुंबई में इसके लिए पूर्व तैयारी की जा रही है. जो अस्पताल, कोविड मरीज़ कम होने से नॉन-कोविड मरीज़ों के लिए जगह बना चुके थे अब फिर कोविड के लिए बेड बढ़ाने की क़वायद में जुट गए हैं. मुंबई महानगरपालिका के अस्पताल अलर्ट पर हैं. सायन अस्पताल के डीन डॉक्टर मोहन जोशी कहते हैं, 'अगर मामले बढ़े तो नॉन-कोविड एरिया कोविड में फ़ौरन तब्दील कर दिए जाएंगे .सरकार द्वारा पाबंदियां हटाई गई हैं. होटल-रेस्टोरेंट-मॉल-जिम सब खुल गए हैं तो भीड़ बढ़ गई है. कोविड नियम फ़ॉलो नहीं किए जा रहे हैं इसलिए मामले थोड़े बढ़ते दिख रहे हैं.' कोरोना की फिर से दस्तक मुंबई में कुछ इस कदर महसूस हुई कि एक अनाथ आश्रम-स्कूल में 22 बच्चे एक साथ संक्रमित पाए गए और आश्रम को सील कर दिया गया. उधर कांदिवली इलाक़े में एक इमारत से 17 मामलों के आने के बाद पूरी हाउज़िंग सोसायटी सील कर दी गई है.