कोलकाता । पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हुए नेताओं की घरवापसी की अटकलें लग रही हैं। टीएमसी द्वारा नेताओं के प्रोफाइल और चुनाव प्रचार के दौरान किसी ने पार्टी को बदनाम किया या नहीं, इसके आधार पर नामों को अंतिम रूप दिया जाएगा। राजीब बनर्जी और फुटबॉलर से सांसद बने दीपेंदु बिस्वास के नाम संभावित वापसी में शामिल किए गए हैं नेताओं को शामिल करने पर अंतिम निर्णय तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी द्वारा लिया जाएगा। पार्टी के राज्य सचिव और प्रवक्ता कुणाल घोष ने शुक्रवार को कोलकाता में कहा कि सभी नामों को प्रारंभिक जांच के बाद अंतिम निर्णय के लिए भेजा जाएगा। ईटी के संपर्क करने पर दीपेंदु बिस्वास ने कहा, 'मैं कलकत्ता फुटबॉल लीग और डूरंड कप को लेकर मोहम्मडन स्पोर्टिंग क्लब में व्यस्त हूं। अगर कुछ होता है तो मैं आपको बता दूंगा।" विधानसभा चुनावों में अपनी प्रचंड जीत के बाद, बनर्जी ने सोनाली गुहा समेत सभी दलबदलुओं से तृणमूल कांग्रेस में लौटने का आग्रह किया था। बनर्जी की पूर्व सहयोगी सोनाली गुहा उन लोगों में शामिल हैं जो पार्टी में वापसी करना चाहती हैं। उन्होंने मई में बनर्जी को समर्पित एक फेसबुक पोस्ट लिखी थी। संतरागाछी सीट से टिकट नहीं मिलने के बाद गुहा भाजपा में शामिल हो गईं थीं। दूसरी सरला मुर्मू , जो चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हो गईं, वह मालदा में भाजपा के टिकट से नाखुश थीं और इसलिए तृणमूल में लौटना चाहती थीं। हालांकि, तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व ने उन्हें तुरंत लौटने की अनुमति नहीं दी।
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बंगाल में बीजेपी को लगेगा झटका ममता की टीएमसी होगी मजबूत