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रोजाना बाजरा लेने वालों के ब्लड ग्लूकोज स्तर में दर्ज की गई 12-15 फीसदी गिरावट  -एक अध्ययन में सामने आई जानकारी

रोजाना बाजरा लेने वालों के ब्लड ग्लूकोज स्तर में दर्ज की गई 12-15 फीसदी गिरावट  -एक अध्ययन में सामने आई जानकारी

नई दिल्ली । डाइट का ब्लड शुगर पर बहुत सीधा असर पड़ता है। डायबिटीज के मरीज अक्सर इस दुविधा में रहते हैं कि क्या खाएं और क्या नहीं। अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं तो हर फूड और ड्रिंक का आपके शुगर लेवल पर क्या असर होता है, ये समझना जरूरी हो जाता है। ऐसे कई फूड्स हैं जो ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखते हैं, लेकिन नए अध्ययन में एक खास फूड के बारे में बताया गया है जो टाइप-2 डायबिटीज के मरीजों के लिहाज से काफी उपयोगी माना जा रहा है।
इस अध्ययन के मुताबिक जो लोग अपनी डाइट में हर दिन बाजरा खाते हैं उनके ब्लड ग्लूकोज स्तर में 12-15 फीसदी तक की गिरावट देखी गई है। यह डायबिटीज और प्री-डायबिटीज दोनों में बहुत फायदेमंद पाया गया है। मुंबई के पीडी हिंदुजा अस्पताल और एमआरसी में कंसलटेंट एंडोक्रिनोलॉजिस्ट डॉक्टर फुलरेणू चौहान ने बताया बाजर का सेवन डायबिटीज और प्री-डायबिटीज में बहुत उपयोगी पाया गया है। 
बाजरा ग्लाइसेमिक इंडेक्स को कम करने में मदद करता है और शरीर में ब्लड शुगर के स्तर को भी घटाता है। न्यूट्रिशनिस्ट का कहना है कि बाजरे का असर डायबिटीज के मरीजों में लंबे समय तक रहता है और जितना सभंव हो मरीजों को इसे अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए। ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जीआई) बताता है कि कोई खास फूड कितनी जल्दी या धीरे-धीरे ब्लड शुगर के स्तर को बढ़ाता है। 
बाजरा में बहुत कम कार्बोहाइड्रेट होता है और ये ब्लड शुगर को अचानक नहीं बढ़ने देता है। इसके अलावा ये कोलेस्ट्रॉल को भी बढ़ने नहीं देता है। बाजरा के अन्य फायदे- न्यूट्रिशनिस्ट का कहना है कि बाजरा फाइबर और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसमें कैल्शियम और अमीनो एसिड जैसे मिनरल्स होते हैं, जो मांसपेशियों को मजबूत बनाने और बढ़ाने में मदद करते हैं। बाजरा को साबुत खाने के अलावा आप इसकी खिचड़ी, पैनकेक, रोटी या फिर पिज्जा बेस बनाकर भी खा सकते हैं। डायबिटीज के मरीजों को ब्लड शुगर को लेकर बहुत सावधान रहने की बहुत जरूरत है। जरा सी लापरवाही से ब्लड शुगर बढ़ सकता है जिससे दिल की बीमारियों, नसों को नुकसान, किडनी की बीमारी, आंखों की दिक्कत और स्किन से जुड़ी समस्या बढ़ सकती है। 
 

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