मुंबई, । महाराष्ट्र में मंदिरों को खोलने पर संग्राम मचा है. भाजपा का आरोप है कि सरकार महाराष्ट्र में बार खोल सकती है, लेकिन मंदिर नहीं खोल रही है. यह हिंदुओं के साथ अन्याय है. बता दें कि पिछले साल मार्च महीने में कोरोना संक्रमण फैलने लगा तब २२ मार्च से ही राज्य भर में लोगों की जान की सुरक्षा को देखते हुए लॉक डाउन के तहत मंदिरों और प्रार्थना स्थलों को बंद कर दिया गया. हालांकि प्रतिबंधों में ढील दी गई और धीरे-धीरे सरकार ने बाजार, होटल आदि खोलने के आदेश दिए मगर मंदिरों और प्रार्थना स्थलों को खोलने का आदेश नहीं दिया. इसका मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा लगातार विरोध कर रही है. अपनी मांग के समर्थन में भाजपा ने सोमवार को राज्य व्यापी आंदोलन शुरू किया है. मंदिर खुलवाने के लिए अलग-अलग मंदिरों के सामने शंखनाद किया गया. बता दें कि भाजपा लगातार इस बात को लेकर राज्य सरकार को घेर रही है कि सभी क्षेत्रों को कोरोना के कारण लगी पाबंदियों में ढील दी जा रही है, लेकिन मंदिरों को नहीं खोला जा रहा है. भाजपा ने इसे हिंदुओं के साथ अन्याय बताते हुए मंदिर खुलवाने के लिए शंखनाद आंदोलन छेड़ दिया है. भाजपा के धार्मिक एवं आध्यात्मिक प्रकोष्ठ की ओर से मुंबई और महाराष्ट्र के सभी मंदिरों को खुलवाने के लिए शंखनाद आंदोलन छेड़ा गया है. इस मौके पर नासिक में बड़ी संख्या में भाजपा नेता और कार्यकर्ता जुटे और शंखनाद किया. वहां मौजूद प्रदर्शनकारियों ने कहा कि हम सावन के पूरे महीने में मंदिर खोलने की मांग करते रहे, लेकिन ठाकरे सरकार का दिमाग ठिकाने नहीं है. इसलिए जनमाष्टमी के पावन अवसर पर सारे राज्य में शंखनाद हो रहा है, यह शंखनाद ठाकरे सरकार को आखिरी इशारा है कि तुरंत मंदिर खोलिए वरना उद्धव ठाकरे जी धर्म युद्ध के लिए तैयार हो जाइये.
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मंदिर खोलिए वरना उद्धव ठाकरे जी धर्म युद्ध के लिए तैयार हो जाइये- भाजपा