नई दिल्ली । कोरोना की दोनों लहरों से उबरने के बाद देश की अर्थव्यवस्था फिर से दहाड़ने के लिए तैयार है। ये खुलासा उद्योग संगठन के 117 कंपनियों के सीईओ पर हुए पोल से किया गया है। इसके मुताबिक मोदी सरकार के सुधार कार्यक्रमों के दम पर इकोनॉमी में जोरदार रिकवरी देखी जा सकती है।
पोल में शामिल 79 फीसदी सीईओ का मानना है कि इस साल देश की विकास दर 8 फीसदी से ज्यादा रह सकती है।46 फीसदी के मुताबिक उनकी कंपनी की ग्रोथ अप्रैल-सितंबर छमाही में प्री-कोविड यानी 2019-20 की पहली छमाही के मुकाबले 10 फीसदी ज्यादा रहेगी।
वहीं 33 फीसदी सीईओ का मानना है कि उनकी कंपनी का रेवेन्यू प्री-कोविड के मुकाबले 10 फीसद तक बढ़ सकता है। कॉरपोरेट सेक्टर का मानना है कि भले ही अभी सरकार की ज्यादातर योजनाओं के जमीन पर उतरने का इंतजार है।लेकिन ऐलानों से ही सेंटीमेंट्स में हुए इजाफे के असर से ये तेजी देखने को मिलेगी।
कंपनियों की आमदनी की तरह ही उन्हें अपने नेट प्रॉफिट में तेज उछाल आने का भरोसा है।पोल के मुताबिक 49 प्रतिशत सीईओ का कहना है कि प्री-कोविड स्तर के मुकाबले उनकी कंपनी का मुनाफा अप्रैल-सितंबर छमाही में 10 प्रतिशत से ज्यादा रहेगा।
वहीं 32 फीसदी को उम्मीद है, कि अप्रैल-सितंबर 2019 के मुकाबले उनकी कंपनी इस साल की पहली छमाही में 10 फीसद तक प्रॉफिट कमा लेगी।नए निवेश के मामले में भी सर्वे ने रोशनी की किरण दिखाई है।
पोल के मुताबिक 49 फीसदी कंपनियों के सीईओ ने क्षमता बढ़ाने के लिए निवेश करने का संकल्प जाहिर किया है। वहीं 32 परसेंट ने 2022 में क्षमता विस्तार के लिए इंवेस्टमेंट करने की बात कही है।
इकॉनमी
उद्योग संगठन के पोल में सीईओ ने कहा, भारतीय अर्थव्यवस्था दहाड़ने की तैयारी में