नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में इस साल डेंगू के कम से कम 97 मामले सामने आए हैं। नगर निगम की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। एक जनवरी से 28 अगस्त के बीच डेंगू के मामलों की संख्या भी 2018 के बाद से सबसे अधिक है। 2018 में इस अवधि में डेंगू के 107 मामले दर्ज किए गए थे। रिपोर्ट के अनुसार अगस्त महीने में 45 मामले सामने आए।
मच्छर जनित रोगों के मामले आम तौर पर जुलाई और नवंबर के बीच दर्ज किए जाते हैं। नगर निगमों की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक जनवरी में डेंगू का कोई मामला नहीं आया था, फरवरी में दो मामले, मार्च में पांच, अप्रैल में 10 और मई में 12 मामले आए थे। वहीं, जून सात और जुलाई में 16 मामले आए थे। हालांकि, शहर में अब तक डेंगू से किसी की मौत की खबर नहीं है। रिपोर्ट के अनुसार 28 अगस्त तक मलेरिया के 45 मामले और चिकनगुनिया के 26 मामले भी सामने आए हैं।
मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया में तेज बुखार होता है और इसलिए डॉक्टरों को लगता है कि लोगों को संदेह हो सकता है कि उन्हें कोविड-19 हो गया है। दिल्ली में नगर निगमों ने मच्छर जनित रोगों के प्रकोप को रोकने के लिए अपने स्तर पर उपाय तेज कर दिए हैं। उत्तरी दिल्ली नगर निगम (एनडीएमसी) के स्थायी समिति के अध्यक्ष जोगी राम जैन ने पिछले सप्ताह सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया की रोकथाम पर बैठक की थी। जैन ने अधिकारियों को एनडीएमसी के तहत सभी क्षेत्रों में जागरूकता अभियान चलाने का निर्देश दिया था ताकि अधिक से अधिक नागरिकों को जागरूक किया जा सके। उन्होंने सरकारी भवनों, स्कूलों, कार्यालयों, सामुदायिक भवनों और औषधालयों के परिसरों में मच्छरों के लार्वा के प्रजनन की नियमित जांच करने के भी निर्देश दिए।
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दिल्ली में बढ रहा है डेंगू का प्रकेप, 97 मामले सामने आए -डेंगू के मामलों की संख्या 2018 के बाद से सबसे अधिक हुई