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 दिल्ली भाजपा ने फूंका एमसीडी चुनावों का बिगुल

 दिल्ली भाजपा ने फूंका एमसीडी चुनावों का बिगुल

नई दिल्ली ।  दिल्ली प्रदेश भाजपा अगले साल होने वाले दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) चुनावों के लिए इस महीने बड़े पैमाने पर जनसंपर्क कार्यक्रम शुरू करेगी और 11,000 छोटी और मध्यम जनसभाओं के माध्यम से दिल्ली के मतदाताओं से जुड़कर अपने प्रचार को आगे बढ़ाएगी। प्रदेश भाजपा के महासचिव हर्ष मल्होत्रा ने शनिवार को कहा कि पार्टी ने 21 सदस्यीय कार्यकारी समितियों का गठन करके करीब 14,000 बूथ स्तर की इकाइयों को पहले ही मजबूत कर लिया है, जो हर घर तक पहुंचने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। यह कार्यक्रम 15 सितंबर से शुरू होना है। भाजपा का दिल्ली की तीनों निगमों-  उत्तर, पूर्वी और दक्षिण नगर निगमों पर 2007 से कब्जा है। वहीं आम आदमी पार्टी (आप) उसे सत्ता से बेदखल करने की कोशिश में जुटी हुई है। मल्होत्रा ने कहा कि जनसंपर्क कार्यक्रम हमारे कार्यकर्ताओं और उनके इलाके के निवासियों के बीच दोतरफा संवाद पर आधारित होगा। हमने उन बिंदुओं की एक सूची तैयार की है जिन पर बात की जानी है। इनमें नरेंद्र मोदी सरकार की विभिन्न योजनाओं के माध्यम से लोगों को हुए वास्तविक लाभों को उजागर करने पर ध्यान केंद्रित किया गया है। उन्होंने कहा कि जनसंपर्क कार्यक्रम में समाज के विभिन्न वर्गों के साथ-साथ दिल्ली में बसे देश के अन्य क्षेत्रों के लोगों पर भी ध्यान केंद्रित किया जाएगा और यह काम पार्टी के समर्पित मोर्चे और प्रकोष्ठ करेंगे जिनमें हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पूर्वांचल, अल्पसंख्यक, सिख, व्यापारी, पेशेवर, महिलाएं, अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग, आदि शामिल हैं। उन्होंने कहा कि हम अधिकतम एक महीने में अपने संगठन के माध्यम से कम से कम 11,000 बैठकें करने का लक्ष्य बना रहे हैं। ये छोटी बैठकें होंगी जिनमें शहर के प्रत्येक गली-मोहल्ले के 10-50 व्यक्ति होंगे। ब्लॉक कार्यकारी समिति के सदस्य 'पन्ना प्रमुख' के रूप में भी काम करेंगे, जिसका अर्थ है कि उनके पास अपने क्षेत्र की मतदाता सूची में शामिल घरों को कवर करने की जिम्मेदारी होगी। दिल्ली में पिछले नगर निगम चुनावों में, भाजपा ने 272 वार्डों में से कुल 181 जीतकर तीनों निगमों की सत्ता में वापसी की थी। पार्टी की निकटतम प्रतिद्वंदी 'आप' केवल 49 सीटें जीतने में सफल रही, जबकि कांग्रेस 31 वार्डों में चुनाव में विजयी रही।
 

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