श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने सोमवार को कहा कि आतंकवाद-रोधी प्रशिक्षण और साजो-सामान प्रदान करने में भारत का समर्थन अपेक्षित है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के दौरान उन्होंने आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए देश के सुरक्षा बलों को प्रशिक्षित करने की खातिर भारत से मदद मांगी। मोदी रविवार को श्रीलंका आए थे। 21 अप्रैल को ईस्टर के दिन आतंकी हमलों के बाद श्रीलंका का दौरा करने वाले वह पहले विदेशी नेता हैं। अपनी यात्रा के दौरान मोदी ने कहा था कि वह आश्वस्त थे कि श्रीलंका फिर से उठेगा और आतंक के कायरतापूर्ण कृत्य श्रीलंका के उत्साह को नहीं हरा सकते। विक्रमसिंघे ने एक बयान में कहा कि उन्होंने मोदी को आश्वासन दिया कि भारत-श्रीलंका की परियोजनाओं में तेजी लाई जाएगी। उन्होंने कहा कि श्रीलंका के प्रति समर्थन का प्रधानमंत्री मोदी द्वारा लगातार प्रदर्शन किए जाने से भरोसा मजबूत होगा और अधिक लोगों को श्रीलंका की यात्रा के लिए प्रोत्साहित करेगा। विक्रमसिंघे ने कहा, ‘मैंने यह भी अनुरोध किया कि भारत श्रीलंका के सुरक्षा बलों के साथ मिलकर काम करे, उन्हें आतंकवाद-रोधी प्रशिक्षण और साजो-सामान का समर्थन प्रदान करे।’ उन्होंने यह भी कहा कि कई देशों द्वारा यात्रा परामर्श वापस लिए जाने के बाद, मोदी की श्रीलंका यात्रा से पर्यटन उद्योग को बढ़ावा मिलेगा।