नई दिल्ली । कोरोना की दूसरी लहर की वजह से बंद हुए बाजार अभी पूरे शबाब पर नहीं आए हैं कि व्यापारियों की मुसीबत शुरू हो गई है। दरअसल कोरोना की तीसरी लहर की आशंका दिख रही है।इसकारण से ऑटो पार्ट्स बनाने वाली कुछ कंपनियों ने डिस्ट्रीब्यूटर्स को उधारी पर माल देना बंद कर दिया है। इससे ट्रेक्टर और कृषि उपकरणों के स्पेयर पार्ट्स के कारोबारी सबसे ज्यादा परेशान हैं। दिल्ली उद्योग व्यापार संगठन के चेयरमैन ने बताया कि अब एडवांस पेमेंट पर ही डिस्ट्रीब्यूटर को सामान मिल रहा है। कोरोना से पहले 15 दिन से एक महीने की अवधि के लिए उधार पर मैटेरियल मिल जाता था।लेकिन कोविड की वजह से डीलर्स के टारगेट पूरे नहीं हुए, तब टर्नओवर डिस्काउंट भी रोक दिया है।
वहीं पेट्रोलियम पदार्थों, मेटल और अन्य रॉ मैटैरियल्स के रेट बढ़ने का असर फिनिश्ड गुड्स पर पड़ा है। इसकारण कुछ वस्तुओं के दाम में 5 से 20 फीसदी तक का इजाफा हुआ है। इनमें ट्रैक्टर और मोटर पार्ट्स भी शामिल हैं। मीडिया में थर्ड वेव आने की खबर चल रही है। इससे ट्रेडर्स में डर है। कारोबारियों में असमंजस की स्थिति है कि आने वाले दिनों में क्या होगा? व्यापारी भी गोदाम में माल नहीं भर रहे हैं।वहीं किसान आंदोलन का असर ट्रैक्टर और कृषि उपकरण पार्ट्स के बिजनेस पर पड़ रहा है। दूसरे राज्यों के व्यापारी दिल्ली नहीं आ रहे हैं। उनका कहना है कि जीएसटी की बढ़ी दरों से भी कारोबारी चिंतित हैं। अभी ट्रैक्टर पार्ट्स पर 18 प्रतिशत और मोटर पार्ट्स पर 28 प्रतिशत जीएसटी वसूला जा रहा है। इसे घटा कर 12 प्रतिशत के स्लैब में लाना चाहिए।
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कोरोना की तीसरी लहर की आंशका को लेकर डरे व्यापारी, उधारी देने से कर रहे मना