नई दिल्ली ।मोटी कमाई वाले परिवारों के मामले में 2030 तक भारत तीसरे पायदान पर होगा। पहले स्थान पर संयुक्त राज्य अमेरिका और दूसरे पर चीन होगा। यह बात लेटेस्ट रिसर्च पेपर से सामने आई है।रिसर्च में कहा गया है कि उच्च आय वाले परिवारों के मामले में मुंबई, एशिया में चौथे स्थान पर रहने वाला शहर होगा है। रिसर्च के मुताबिक, विकास की अगुवाई एशियाई उपभोक्ता करने वाले हैं और अगले दशक में वैश्विक खपत ग्रोथ में उनकी हिस्सेदारी 50 फीसदी होगी है। यह 10 लाख करोड़ डॉलर के अवसर के बराबर है। भारत में भी इस अवधि के दौरान खपत में 1.8 लाख करोड़ डॉलर की वृद्धि होने की उम्मीद है।
रिसर्च में कहा गया हैं कि एशियाई उपभोक्ताओं को कोरोना महामारी से जुड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन अगले दशक में वैश्विक खपत वृद्धि में उनका 50 फीसदी योगदान रहने की संभावना है।" भारत की विकास गाथा में योगदान देने वाले कुछ कारकों में उच्च आय वाले परिवारों का बढ़ना और परिवार का घटना, उपभोक्ता वर्ग का दोगुना होना, वरिष्ठ नागरिकों का ऑनलाइन होना और ई-कॉमर्स का उदय शामिल हैं। भारत में घरों का औसत आकार घट रहा है। देश में 1999 से 2015 तक घरों का आकार 16 फीसदी घटा। इसके अलावा 2030 तक भारत की 55 प्रतिशत आबादी, उपभोक्ता वर्ग (एक दिन में 11 डॉलर से अधिक खर्च) से संबंधित हो सकती है। वर्तमान में यह संख्या केवल 24 प्रतिशत और साल 2000 में 9प्रतिशत थी। साथ ही देश, एशिया के 27 प्रतिशत उपभोक्ता वर्ग का प्रतिनिधित्व कर सकता है।
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मोटी कमाई वाले परिवारों के मामले में 2030 तक भारत तीसरे पायदान पर होगा