भारतीय पुरूष हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह ने कहा कि उनकी टीम अब अगले साल होने वाले एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने के लिए तैयारियां करेगी ताकि उसे पेरिस ओलंपिक के लिये सीधे प्रवेश मिल सके। मनप्रीत ने कहा कि अब 2022 के लिए रणनीति बनाने का समय है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ सप्ताह में हमें लोगों का बहुत प्यार और तारीफ मिली पर अब मुझे लगता है कि शरीर और दिमाग को आराम देने की जरूरत है। हमने सम्मान समारोहों का पूरा आनंद लिया है। हम इस प्यार और सम्मान से अभिभूत हैं पर अब हमें साल 2022 में बेहतर प्रदर्शन के लिए भी योजनाएं बनानी हैं। एशियाई खेल अगले साल 10 से 25 सितंबर तक चीन में होंगे।
भारतीय टीम का लक्ष्य इसमें स्वर्ण पदक लेकर ओलंपिक के लिए सीधे क्वालीफाई करना होगा। मनप्रीत ने कहा कि पिछली बार हम असफल रहे थे और हमें कांस्य पदक ही मिल पाया था। हम खुशकिस्मत थे कि ओलंपिक क्वालीफाइंग मैच भारत में हुए पर हर बार यह निर्भरता ठीक नहीं है। हमें एशियाई खेल जीतने होंगे जिससे पेरिस ओलंपिक 2024 की तैयारी के लिये पर्याप्त समय भी मिल सकें। मनप्रीत के अनुसार जिस प्रकार ओलंपिक में पुरुषों के अलावा महिलाओं की हॉकी टीम का प्रदर्शन भी शानदार रहा है, उससे देश में हॉकी की लोकप्रियता तेजी से बढ़ी है। इस प्रकार का बदलाव एक सकारात्मक बदलाव है जो पहले कभी नहीं रहा। इसलिए अब हमें और भी बेहतर प्रदर्शन करना होगा। इससे पहले टीम के कोच ने भी कहा था कि टीम को अब अपने प्रदर्शन का अगले स्तर पर ले जाना होगा।
अधिक सफलता हासिल करना चाहती है टीम : दिलप्रीत
भारतीय हॉकी टीम के स्ट्राइकर दिलप्रीत सिंह ने कहा कि आने वाले समय में भारतीय टीम ओर अधिक सफलताएं हासिल करना चाहती है। दिलप्रीत ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण अभ्यास में आई बाधाओं के बाद भी भारतीय टीम ने जिस प्रकार अपना मनोबल बनाये रखा वह सबसे अहम बात है। वहीं ओलंपक में मिले कांस्य पदक से हॉकी के लिए एक नए युग की शुरुआत हुई है। दिलप्रीत ने कहा कि हमने इस उपलब्धि को हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत की। हमने महामारी के कारण किसी मुश्किल को अपने मनोबल पर हावी होने नहीं दिया। इस दौरान सीनियर खिलाडिय़ों ने लगातार हमारा हौंसला बढ़ाया। साथ ही हमें यह महसूस कराया कि हम जीतने में सक्षम हैं। दिलप्रीत ने कहा कि अब टीम जीत का यह सिलसिला बरकरार रखना चाहती है। हम चाहते हैं कि लोग हमें और अधिक प्यार दें और हमारा समर्थन जारी रखें और इसके लिए हमें लगता है कि हमें बड़े टूर्नामेंटों में लगातार अच्छा प्रदर्शन करना होगा। हम इसके लिए मानसिक रूप से तैयार भी हैं। दिलप्रीत ने कहा कि इस समूह का हिस्सा बनकर मैं भाग्यशाली महसूस करता हूं और हां, मेरा मानना है कि मैं भाग्यशाली हूं कि मेरे अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत इतनी अच्छी रही।
दिलप्रीत ने साल 2017 में जूनियर टीम के साथ सुल्तान आफ जोहोर कप में कांस्य पदक के दौरान भी अच्छा प्रदर्शन किया था। इसके बाद उन्हें सीनियर शिविर के लिए भी बुलाया गया और 2018 से वह लगभग सभी बड़े टूर्नामेंट में भारतीय टीम का हिस्सा रहे हैं जिसमें राष्ट्रमंडल खेल, एशियाई खेल के अलावा विश्व कप भी शामिल है।
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अब एशियाई खेलों पर है भारतीय हॉकी टीम की नजरें : मनप्रीत