चक्रवात ‘वायु' खतरनाक हो चुका है। ऐहतियात के तौर पर गुजरात तट के नजदीक स्थित सभी बंदरगाहों और हवाई अड्डों पर कामकाज अस्थायी तौर पर रोक दिया गया है।
पश्चिम रेलवे ने भी घोषणा की है कि बुधवार को शाम छह बजे से तटवर्ती क्षेत्रों से गुजरने वाली सभी ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं या उनके मार्ग छोटे कर दिये गए हैं। मौसम विभाग के अनुसार चक्रवात गुजरात से गुरुवार सुबह टकराएगा। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने गांधीनगर में एक समीक्षा बैठक के बाद कहा कि राज्य सरकार ने गुजरात के तट पर स्थित सभी बंदरगाहों पर संचालन रोकने का निर्णय किया है। ऐहतियाती कदम के तौर पर सौराष्ट्र क्षेत्र के सभी हवाई अड्डे भी चक्रवात समाप्त होने तक बंद रहेंगे।
उन्होंने कहा कि उस क्षेत्र में स्थित तीर्थस्थलों के लिए बस सेवाएं भी रद्द कर दी गई हैं। कच्छ और सौराष्ट्र क्षेत्र स्थित सभी हवाई अड्डों को अपने संचालन पूरी तरह से बंद करने को कह दिया गया है, अहमदाबाद हवाई अड्डे से इन स्थलों के लिए उड़ानें गुरुवार को रद्द रहेंगी। शहर स्थित हवाई अड्डे की ओर से जारी बयान में कहा गया कि अहमदाबाद से पोरबंदर, केंद्र शासित प्रदेश दीव, कांडला, मुंद्रा और भावनगर के लिए उड़ानें कल के लिए रद्द हैं।
अहमदाबाद से अन्य स्थलों के लिए उड़ानें सामान्य रूप से संचालित होंगी। एक अधिकारी ने कहा कि चक्रवात से कच्छ, मोरबी, जामनगर, जूनागढ़, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, राजकोट, अमरेली, भावनगर और गिर सोमनाथ जिलों के प्रभावित होने की आशंका है। पश्चिम रेलवे ने कच्छ और सौराष्ट्र क्षेत्रों के लिए जाने वाली ट्रेनें दो दिन के लिए रद्द कर दी हैं। पश्चिम रेलवे ने एक विज्ञप्ति में कहा कि चक्रवात वायु के मद्देनजर 12 जून को शाम छह बजे के बाद 14 जून तक वेरावल, ओखा, पोरबंदर, भावनगर, भुज और गांधीधाम के लिए सभी पैसेंजर, मेल और एक्सप्रेस ट्रेनें या तो रद्द कर दी गई हैं या उनके मार्ग छोटे कर दिये गए हैं।
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गुजरात के तट पर स्थित सभी बंदरगाहों पर संचालन रोकने का निर्णय, 'वायु' हुआ खतरनाक