नई दिल्ली ।मोदी सरकार में विदेश मंत्री एस जयशंकर के तालिबान द्वारा सत्ता पर कब्जे के बाद अफगानिस्तान की स्थिति पर शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की महत्वपूर्ण बैठक में भाग लेने के लिए सप्ताह ताजिकिस्तान की यात्रा पर जाने की उम्मीद है। सूत्रों ने बताया कि जयशंकर के ताजिकिस्तान की राजधानी दुशांबे में रूस, ईरान और ताजिकिस्तान के अपने समकक्षों के साथ कई द्विपक्षीय बैठकें करने की भी संभावना है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 17 सितंबर को वार्षिक एससीओ शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले हैं,इसमें अफगानिस्तान के घटनाक्रम के साथ-साथ समग्र क्षेत्रीय सुरक्षा परिदृश्य पर व्यापक रूप से विचार-विमर्श करने की उम्मीद है।
सूत्रों ने बताया कि कहा कि जयशंकर एससीओ के राष्ट्राध्यक्षों और सामूहिक सुरक्षा संधि संगठन के प्रमुखों की अफगानिस्तान पर होने वाली बैठक में भाग लेने वाले है। चीनी विदेश मंत्री वांग यी, रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव, ईरानी विदेश मंत्री होसैन अमीर अब्दुल्लाहियन और पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के एससीओ बैठकों के लिए दुशांबे की यात्रा पर जाने की उम्मीद है। इस महीने की शुरुआत में, जयशंकर ने अपने नवनियुक्त ईरानी समकक्ष से बात की थी और अफगानिस्तान की स्थिति के साथ-साथ द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की थी। भारत और पाकिस्तान 2017 में इसके स्थायी सदस्य बने थे।
वर्ल्ड
शंघाई सहयोग संगठन की महत्वपूर्ण बैठक में भाग लेने ताजिकिस्तान की यात्रा पर जा सकते हैं एस जयशंकर