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वायु की दस्तक, ले सकता है गंभीर रूप - गुजरात में कई जगह बारिश, कई जगह तेज हवाएं चली

वायु की दस्तक, ले सकता है गंभीर रूप - गुजरात में कई जगह बारिश, कई जगह तेज हवाएं चली

भीषण गर्मी झेल रहे उत्तर भारत में अरब सागर से उठने वाले चक्रवाती तूफान वायु से कुछ राहत मिली है। गुजरात, राजस्थान, मध्यप्रदेश और उत्तर भारत के कुछ राज्यों में पारे में गिरावट आई है। गुजरात में तेज हवा और बारिश से कई जगह बारिश भी हुई है। कई जगह बिजली भी गुल हो गई। प्रशासन ने ऐहतियातन पहले से ही सभी तैयारियां कर रखी है। वायु तूफान अगले 24 घंटे में तूफान गंभीर रूप ले सकता है। राजस्थान में भी अमूमन यही स्थिति रही। मध्यप्रदेश के पश्चिमी क्षेत्र में तेज हवा और बारिश हुई है। हालांकि, चक्रवाती तूफान के आने से मानसूनी बादलों के उडऩे की स्थिति बन गई है। अगर ऐसा हुआ तो उत्तर भारत में किसानों के लिए स्थिति चिंताजनक हो सकती है। 
सौराष्ट्र में बारिश और आंधी
बहरहाल, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने गुजरात के तटवर्ती इलाकों में चक्रवाती तूफान वायु आने की चेतावनी दी है। इसके गुरुवार तक पहुंचने के आसार है। बताया जा रहा है कि चक्रवाती तूफान वायु 165 किमी प्रति घंटा की रफ्तार के साथ प्रदेश के सौराष्ट्र इलाके में प्रवेश करेगा। इसके गुरुवार तक राज्य में बने रहने की संभावना व्यक्त की गई है। वायु के आने से गुजरात के सौराष्ट्र के नौ जिलों में चेतावनी जारी की गई है। इन क्षेत्रों में दोपहर से ही आंधी और बारिश होने लगी थी। हालांकि, शाम को यह रूक गई। मौसम विभाग के मुताबिक, गुरुवार को इसके राज्य में बने रहने के आसार है। अगले 24 घंटे में तूफान गंभीर रूप ले सकता है।
स्कूल-कॉलेजों में छुट्टी
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने पूरे राज्य में 13 से 14 जून तक तीन दिवसीय शाला प्रवेशोत्सव कार्यक्रम रद्द कर दिया है। उन्होंने चक्रवात वायु से प्रभावित होने वाले 10 जिलों में 13 और 14 जून को स्कूल और कॉलेजों में 2 दिन की छुट्टी घोषित कर दी है।
एनडीआरएफ तैनात
मौसम विभाग ने इसके मद्देनजर सौराष्ट्र और कच्छ के तटीय इलाकों में 13 और 14 जून को भारी बारिश होने और 110 किमी प्रति घंटे की गति से तूफानी हवाएं चलने की चेतावनी जारी की है। इसे देखते हुए गुजरात सरकार ने भी हाई अलर्ट जारी करते हुए सौराष्ट्र और कच्छ इलाकों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के जवानों को तैनात किया है।
धीरे-धीरे बढ़ रहा है मानसून
एक सप्ताह की देरी से आए दक्षिणी-पश्चिमी मानसून को लेकर भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के वैज्ञानिकों का कहना है कि मानसून दक्षिणी अरब सागर, लक्षद्वीप के अधिकांश हिस्सों और केरल और दक्षिण तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ा है। उन्होंने यह भी बताया कि मंगलवार तक पूर्वोत्तर राज्यों के कुछ हिस्सों में मानसून के आगे बढऩे के लिए परिस्थितियां अनुकूल हो रही थीं।

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