ऐम्टर्डम । वैज्ञानिकों ने एक आदिमानव का चेहरा रीकंस्ट्रक्ट किया है। यह चेहरा 70 हजार साल पुराना हो सकता है। खास बात यह है कि ऐसा ट्यूमर किसी नियंदरदल में पहले नहीं देखा गया था और आशंका है कि इसकी वजह से क्रिन को दर्द, सूजन और मिर्गी जैसी परेशानियां होती होंगी। क्रिन का चेहरा सिर्फ आंख के ऊपर की एक हड्डी की मदद से तैयार किया गया है। इस हड्डी को जीलैंड में एक पेलियंटॉलजिस्ट ने साल 2001 में खोजा था। क्रिन डॉजरलैंड नाम की जगह पर रहता था। यह इलाका 50 हजार साल पहले तक ब्रिटेन को बाकी यूरोप से जोड़ता था। माना जाता है कि नियंदरदल हजारों साल पहले इंसानों के साथ ही धरती पर थे। ये हमारी तरह ही दिखते थे। क्रिन की हड्डी का जीवाश्म नीदरलैंड्स के तट के पास नॉर्थ सी में मिला था। इसे नीदरलैंड्स के रिजक्सम्यूजियम वॉन ऑदेदन में रखा गया। आरएमओ के क्यूरेटर लूक आमक्रूट्ज ने बताया कि आंख के ऊपर की इस हड्डी पर एक दिलचस्प निशान है। रिसर्च में पता चला कि यह एक ट्यूमर के कारण बना है। नियंदरदल के पुराने फीचर्से के साथ मिलाकर उन्होंने आंखें, बाल और त्वचा का रंग भी बनाया। इसे 31 अक्टूबर को लगने वाले डिस्प्ले में दिखाया जाएगा।
2009 में एक स्टडी में पाया गया कि यह एक नियंदरदल युवा का रहा होगा। स्थिर आइसोटोप्स के अनैलेसिस पर यह भी पाया गया कि ये लोग ज्यादातर मांस खाते थे और समुद्री जीव भी। दो डच भाइयों ने इस युवा का चेहरा बनाया है। आद्रे और अल्फोन्स केनीस ने पहले भी ऐसे चेहरे तैयार किए हैं। दरअसल, इस बार मिली हड्डी काफी खास थी, इसलिए उसकी मदद से आसानी से पूरा चेहरा तैयार हो गया।
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वैज्ञानिकों ने रीकंस्ट्रक्ट किया आदिमानव का चेहरा -आंख के ऊपर की एक हड्डी की मदद से तैयार किया गया पूरा चेहरा