कोलकाता । पश्चिम बंगाल में सत्ता से दूर रही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने प्रदेश की कमान अब बालुरघाट सीट से लोकसभा सदस्य सुकांता मजूमदार को सौंपी है। पार्टी में अंदरुनी मतभेद और नेताओं के पाला बदलकर राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की ओर जाने की पृष्ठभूमि में पार्टी ने दिलीप घोष की जगह मजूमदार को दी है। पार्टी द्वारा जारी बयान के अनुसार, घोष को भाजपा का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया है। गौरतलब है कि प्रदेश अध्यक्ष के रूप में घोष का कार्यकाल समाप्त होने में अभी 15 महीने (करीब सवा साल) का वक्त था। पार्टी सूत्रों के अनुसार, भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष के रूप में मजूमदार के नाम को लेकर पिछले कुछ महीनों से चर्चा चल रही थी, खास तौर से मार्च-अप्रैल के विधानसभा चुनाव में पार्टी को मिली बुरी हार के बाद चर्चा जोरों पर थी।
बॉटनी से पीएचडी 41 वर्षीय मजूमदार के घोष के साथ करीबी संबंध हैं। उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘मैं यह अवसर देने के लिए पार्टी नेतृत्व को धन्यवाद देता हूं। पार्टी पिछले कुछ साल में और मजबूत हुई है। मैं इसकी नींव और मजबूत बनाने पर काम करुंगा।’ पार्टी में अंदरुनी मतभेद और पार्टी छोड़कर जा रहे नेताओं की समस्या से वह कैसे निपटेंगे, यह सवाल करने पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से करीब से जुड़े मजूमदार ने कहा कि जो लोग भाजपा की विचारधारा के प्रति समर्पित हैं, वे पार्टी कभी नहीं छोड़ेंगे। राज्य में दो मई को विधानसभा चुनाव परिणामों की घोषणा के बाद से भाजपा के चार विधायक और एक सांसद तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए हैं।
नियुक्ति पर मजूमदार को बधाई देते हुए घोष ने कहा कि पश्चिम बंगाल में संगठन को आगे ले जाने के लिए राज्य इकाई को नयी ऊर्जा की जरुरत थी। उन्होंने अपनी नयी भूमिका के लिए केन्द्रीय नेतृत्व को धन्यवाद दिया। भाजपा में प्रदेश स्तर पर हुए इस बदलाव पर तृणमूल कांग्रेस सांसद सौगत रॉय ने कहा, ‘दिलीप घोष मेहनती व्यक्ति हैं लेकिन उन्हें अपनी जुबान पर लगाम नहीं है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बदल सकती है लेकिन उससे पार्टी को कोई लाभ नहीं होगा। बंगाल में भाजपा डूबता हुआ जहाज है।
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पश्चिम बंगाल भाजपा की कमान अब दिलीप घोष के स्थान पर सुकांता मजूमदार को