नई दिल्ली । खाद्य पदार्थ बनाने वाली शीर्ष कंपनी नेस्ले इंडिया के प्रमुख सुरेश नारायणन ने कहा कि जिंसों के दाम में तेजी के चलते अगला साल-2022 कठिन वर्ष हो सकता है। इससे विनिर्माताओं के लिए हंची खाद्य मुद्रस्फीति की स्थिति बन सकती है। कंपनी को दूध, कॉफी, तेल कीमतों समेत अन्य कच्चे माल के दाम में तेजी की आशंका है। नारायणन ने कहा कि पिछले छह से आठ महीनों में कीमत में औसत एक से तीन प्रतिशत की वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि जिंस के दाम के लिहाज से 2021 की पहली छमाही नरमी वाली अवधि रही है। डिब्बाबंद उत्पाद और कच्चे तेल को छोड़कर दूध तथा गेहूं के दाम लगभग स्थिर रहें।
नारायणन ने मीडिया के साथ ‘ऑनलाइन’ बातचीत में कहा, ‘आने वाला वर्ष 2022 कठिन हो सकता है। जहां तक दूध का सवाल है, निश्चित रूप से कीमतों में तेजी है।’ उन्होंने यह भी कहा कि नेस्ले इंडिया स्त्री-पुरूष विविधता के प्रयासों के तहत महिला कर्मचारियों की संख्या बढ़ा रही है। वर्तमान में, नेस्ले इंडिया के कुल कर्मचारियों में लगभग 23 प्रतिशत महिलाएं हैं। नारायणन ने कहा, ‘...जब मैं 2015 में नेस्ले इंडिया आया था, उस समय लगभग 15-16 प्रतिशत महिला कर्मचारी थी। अब यह संख्या 23 प्रतिशत हो गई है।’
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नेस्ले इंडिया चीफ बोले- जिंसों के दाम में तेजी से आगामी वर्ष होगा कठिन