ला पाल्मा । अटलांटिक महासागर में स्पेन के द्वीप ला पाल्मा में एक हफ्ते तक भूकंप के झटकों के बाद विशाल ज्वालामुखी फट गया। इसके बाद अधिकारियों को हजारों लोगों को वहां आनन-फानन में निकालना पड़ा। ज्वालामुखी से निकले लावा ने अपनी जद में आने वाले कई घरों को नष्ट कर दिया। एक बड़ा खतरा यह है कि यह लावा तट तक भी पहुंच सकता है।
इससे पहले कुंबरे विऐज पर्वत श्रंखला में यह ज्वालामुखी 1971 में फटा था। ताजा घटना के बाद अभी भी भूकंप के शक्तिशाली झटकों का खतरा बना हुआ है। ज्वालामुखी फटने से पहले कई दिन तक यहां भूकंप के अनेक झटके आए। अधिकारियों ने एक हजार से अधिक लोगों को वहां से निकाला है। स्पेन के सिविल गार्ड बल का कहना है कि 10,000 लोगों को निकालना पड़ सकता है। 85,000 की आबादी वाला ला पाल्मा, अफ्रीका के पश्चिमी तट के निकट स्पेन के कैनरी द्वीपसमूह के आठ ज्वालामुखी द्वीपों में से एक है।
ला पाल्मा के अध्यक्ष मारियानो हेरनानंदेह ने बताया कि ज्वालामुखी के सक्रिय होने से किसी के हताहत होने की खबर नहीं है, लेकिन लावा बहने से तटों पर स्थित आबादी वाले इलाकों को लेकर चिंता बढ़ गई है। स्पेन के नेशनल जियॉलजी इंस्टिट्यूट के प्रमुख इताहिजा डोमिनगुऐज ने बताया कि ज्वालामुखी फटने की प्रक्रिया कब तक चलती रहेगी यह बताना अभी मुश्किल है लेकिन पिछली बार यह करीब तीन हफ्तों तक चलता रहा था।
क्यूम्ब्रे विएजा ज्वालामुखीय रिज से काला और सफेद धुआं निकल रहा है। कैनरी द्वीप ज्वालामुखी संस्थान ने भी ज्वालामुखी में विस्फोट होने की सूचना दी है। ज्वालामुखी जोखिम रोकथाम योजना की वैज्ञानिक समिति ने कहा कि भूकंप के तेज झटके आ सकते हैं, जिससे इमारतों को नुकसान पहुंच सकता है। वैज्ञानिक विशेषज्ञों की समिति ने कहा है कि अटलांटिक द्वीप के दक्षिण-पश्चिमी तट के एक हिस्से से पहाड़ों से चट्टानों के नीचे गिरने का अंदेशा है।
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स्पेन में ज्वालामुखी से निकले लावा ने बरपाया कहर, हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया