नई दिल्ली । रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) के खिलाफ आईपीएल 14 के दूसरे सत्र में शानदार बल्लेबाजी कर अपनी टीम की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के सलामी बल्लेबाज वेंकटेश अय्यर खेल के साथ ही पढ़ाई में भी अव्वल रहे हैं और अगर आज वह क्रिकेटर नहीं होते तो किसी शीर्ष संस्थान में पढ़ रहे होते। इस युवा बल्लेबाज ने कहा कि मेरी मां ने मुझे क्रिकेट खेलने के लिए प्रेरित किया।
वेंकटेश ने चार्टर्ड अकाउंटेसी के साथ बीकॉम में भी एडमिशन लिया था और साल 2016 में इंटरमीडिएट की परीक्षाओं में भी वह शीर्ष पर रहे थे। उस समय उन्हें सीए और क्रिकेट में से एक को चुनने पर फैसला लेना था, क्योंकि सीए फाइनल में बैठने का मतलब था कि क्रिकेट को छोड़ना या फिर कम से कम कुछ समय के लिए उससे दूर होना।
वह पहले ही मध्य प्रदेश की सीनियर टीम की तरफ से टी20 और एकदिवसीय क्रिकेट में डेब्यू कर चुके थे और अंडर 23 के कप्तान भी थे। इस खिलाड़ी ने कहा कि इसके बाद मैंने सीए छोड़कर फाइनेंस में एमबीए करने का फैसला लिया। मैंने प्रवेश परिक्षाएं पास कीं और अच्छे अंक हासिल किए और एक अच्छे कॉलेज में प्रवेश ले लिया। मैं भाग्यशाली था कि फैकल्टी को क्रिकेट पसंद था और उन्होंने देखा कि मैं अच्छा खेल रहा हूं. उन्होंने नोट्स, उपस्थिति सहित काफी चीजों में राहत दी। ऐसे में दोनों को एकसाथ जारी रखने में मुझे ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ी।
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पढ़ाई में भी अव्वल रहे हैं केकेआर के वेंकटेश