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(गुणकारी लाभप्रद) केला औषधि के साथ एक सम्पूर्ण आहार 

(गुणकारी लाभप्रद) केला औषधि के साथ एक सम्पूर्ण आहार 

      केले के सम्पूर्ण अंग उपयोगी हैं ,यह सम्पूर्ण आहार भी हैं .यह बहुत सुलभ और सस्ता फल हैं .
   लेटिन में  ---मूसा पारदिगिओका
   संस्कृत में ----कदली .वारणा,मोचा,अम्बुसार ,
     हिंदी में --केला
    अंग्रेजी में --बनाना ,प्लैन्टैन
      मोचाफळं स्वादु शीतं विष्टिम्भी  कफनुद गुरु .स्निग्धं पित्तस्त्राट्रडदाहक्षतक्षयसमीरजित.
    पक्वं स्वादु हिमं पाके स्वादु व्रष्यं च ब्रह्नम क्षुत्तृ ष्णा  नेत्र गद हरणमेहगंम  रूचीमांसकृतं (भाव .प्र )
       गुण ---गुरु ,स्निग्ध   रस --मधुर ,कषाय   विपाक --मधुर    वीर्य --शीत
      केले के रेशे की रासायनिक संरचना सेल्यूलोज, हेमिकेलुलोज और लिग्निन है। यह अत्यधिक मजबूत फाइबर है। इसमें छोटा बढ़ाव होता है।
   केला खाने के कई स्वस्थ्य लाभ हैं लेकिन आप जानते हैं इस फल का फूल कितना फायदेमंद है।
        केले के पेड़ के लगभग हर हिस्से को किसी न किसी तरह से इस्तेमाल किया जा सकता है। फूल, फल और तनों को खाया जा सकता है, पत्तियों को प्लेटों के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है और छाल का उपयोग कागज बनाने के लिए किया जा सकता है। केले के फूल फाइबर, प्रोटीन, पोटेशियम, कैल्शियम, तांबा, फास्फोरस, लोहा, मैग्नीशियम और विटामिन ई से भरे हुए होते हैं। इन सुंदर फूलों को कच्चा या पकाकर खाया जा सकता है और सलाद, सूप, हलचल-फ्राइज़ और हर्बल के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
      केले के फूल का आयुर्वेद में औषधि के रूप में प्रयोग होता है। इसका इस्तेमाल कई बेशकीमती हेयर सीरम, फेशियल ऑयल, क्रीम और स्क्रब के लिए भी होता है।
बिटीज रोगियों के लिए रामबाण औषधि है केले का फूल
       केले के फूल को उबालकर उसका काढ़ा मधुमेह के रोगियों को पिलाया जाए तो उनका इंसुलिन लेवल कम हो जाता है।  केले के फूल खाने से मधुमेह रोगियों का इंसुलिन लेवल कम हो जाता है। हालांकि, अध्ययन अभी तक चिकित्सकीय रूप से सिद्ध नहीं हुआ है लेकिन आयुर्वेद में इसे फायदेमंद बताया गया है। आप केले के फूल की सब्जी का भी सेवन कर सकते हैं जिसे मोठ की दाल से बनाते हैं।
     फ्री रेडिकल्स के प्रभाव को कर सकता है ये फूल
     रेडिकल्स हमारे शरीर में कई तरह की समस्याओं को जन्म देते हैं। केले के फूल में एंटीऑक्सीडेंट गुण होता है। यह कैंसर और समय से पहले बुढ़ापा जैसी स्वास्थ्य समस्याओं का भी इलाज करता है। एंटीऑक्सीडेंट गुणों का पूरा उपयोग करने के लिए इसे स्वास्थ्य पूरक में शामिल किया जाना चाहिए। फ्री रेडिकल्स अल्जाइमर और पार्किंसंस रोग का कारण बन सकते हैं, जिन्हें नियमित रूप से केले के फूलों का सेवन करने से रोका जा सकता है
      पीरियड के दर्द में राहत और वजन कम करने में सहायक
      केले का फूल प्रोजेस्टेरोन को बढ़ाता है जो अत्यधिक रक्तस्राव यानी ब्लीडिंग को कम करने में मदद करता है। इसका सेवन करने के लिए सबसे पहले आप केले के फूल को थोड़े से पानी और नमक में पूरी तरह से पकाएं। ठंडा होने के बाद कप का ½ हिस्सा नारियल, 2 ग्राम. मिर्च, आधा चम्मच जीरा मिलाएं। इसके बाद केले के पके हुए फूल को गाढ़े दही में मिलाएं और आवश्यकता के अनुसार नमक डालें।
       केले की फूल की रेशिपी तैयार है जिसे आप  सीधे  भी खा सकते हैं या फिर चावल के साथ। इससे अतिरिक्त रक्तस्राव का इलाज किया जा सकता है। फाइबर और पोषक तत्वों से भरपूर होने के कारण केले का फूल वजन कम करने में भी सहायक है। वजन घटाने के लिए केले के फूलों को सलाद और सूप में शामिल करना चाहिए।
     विटामिन और खनिजों का समृद्ध स्रोत
     केले के फूलों में विटामिन सी, ए, ई, फाइबर और पोटेशियम होते हैं जो स्वस्थ पोषक तत्व के स्रोत हैं। ये आपके मूड को बूस्ट करता है और चिंता को कम करने में सहायक है। केले के फूलों में मौजूद मैग्नीशियम के कारण चिंता कम होती है। वे साइड इफेक्ट के बिना डिप्रेशन को कम करते हैं।
     स्वस्थ गर्भाशय
      केले का फूल गर्भाशय की समस्याओं से बचने में मदद करता है। गर्भाशय को स्वस्थ रखने के लिए केले के फूलों में हल्दी पाउडर, काली मिर्च और जीरा मिलाना चाहिए। इस काढ़े को पीने से गर्भाशय की समस्या दूर हो जाती है। आप नित्य  इसका सेवन करती हैं तो महिलाओं को कोई भी गर्भाशय की समस्या नहीं होगी।
     गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल स्वास्थ्य
    केले के फूल घुलनशील और अघुलनशील फाइबर से भरपूर होते हैं। एक घुलनशील फाइबर भोजन को पाचन तंत्र से आसानी से गुजरने देता है क्योंकि यह पानी में घुल जाता है और एक जेल बनाता है। अघुलनशील फाइबर थोक में अपचित उत्पादों की सहायता करते हैं क्योंकि यह पानी में भंग नहीं होता है। यह स्वस्थ पाचन और भोजन के अवशोषण को बढ़ावा देते हैं। इसके काढ़े को पीकर आप एंजाइटी से राहत पा सकते हैं।
     कैंसर, किडनी और हृदय रोग के खतरे को कर सकता है कम
      केले के फूल टैनिन, एसिड, फ्लेवोनोइड और अन्य एंटीऑक्सिडेंट के उच्च स्रोत हैं जो फ्री रेडिकल से लड़ने में मदद करते हैं और ऑक्सीडेटिव क्षति को समाप्त करते हैं जिससे कैंसर और हृदय रोग होता है। केले का फूल इन स्थितियों को रोक सकता है। इसके अतिरिक्त इस फूल का काढ़ा किडनी से संबंधित हर समस्या का समाधान कर सकता है
 
(लेखक- विद्यावाचस्पति डॉक्टर अरविन्द प्रेमचंद जैन )

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