नई दिल्ली । भारतीय महिला क्रिकेट टीम की पूर्व कप्तान अंजुम चोपड़ा के अनुसार अनुभवी तेज गेंदबाज झूलन गोस्वामी की सहायता के लिए अभी तक किसी अन्य तेज गेंदबाज के नहीं होने से भारतीय टीम को नुकसान हो रहा है। अंजुम के अनुसार इससे गेंदबाजी आक्रमण कमजोर होने के साथ ही आने वाले समय के लिए भी परेशानी खड़ी होगी क्योंकि झूलन 38 वर्ष की होने जा रही है और ऐसे में वह अधिक समय तक नहीं खेल पाएगी। झूलन पिछले दो दशक से गेंदबाजी की कमान संभाले हुए हैं।
चोपड़ा ने कहा कि झूलन को अब तक दूसरे छोर से किसी प्रकार की भी सहायता नहीं मिली है। दूसरी टीमें जहां तीन तेज गेंदबाजों के साथ उतर रही हैं, वहीं हमार पास कुल दो तेज गेंदबाज तक नहीं हैं। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ श्रृंखला के लिये शिखा पांडे को जगह नहीं दी गयी। इसके अलाव मेघना सिंह भी एक तेज गेंदबाज हैं पर उन्हें अभी तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का कोई अनुभव नहीं है। हाल के समय में भारतीय टीम प्रबंधन ने टीम को एकदिवसीय क्रिकेट में नियमित रूप से 250 से ज्यादा रनों का लक्ष्य लेकर चलने को कहा है पर मुख्य कोच रमेश पोवार और बल्लेबाज स्मृति मंधाना के अलावा चोपड़ा का भी मानना है कि ऐसा एकदम नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि इसके लिए हमें रणनीति, तैयारी और कौशल के स्तर को बेहतर करना होगा।
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भारतीय महिला टीम के पास तेज गेंदबाजों की कमी : अंजुम