नई दिल्ली । यूपी विधानसभा चुनावों से पहले उत्तर प्रदेश सरकार बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों के लिए शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया दिसम्बर में शुरू कर सकती है। परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने 28 नवम्बर को अध्यापक पात्रता परीक्षा का प्रस्ताव भेजा है। हालांकि अभी तक रिक्त पदों की संख्या तय नहीं है। राज्य सरकार ने 51 हजार रिक्त पदों पर भर्ती की घोषणा की है जबकि समग्र शिक्षा अभियान की वार्षिक कार्ययोजना के मुताबिक 73 हजार रिक्त पद हैं। राजस्व परिषद के चेयरमैन की अध्यक्षता में बनी कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद ही रिक्त पदों की अंतिम संख्या तय हो सकेगी। प्रदेश सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में 51,112 रिक्त पदों का हलफनामा दायर किया था और सरकार ने ट्वीट कर भर्ती का भी ऐलान किया था। वहीं इसी वर्ष जून में हुई पीएबी की बैठक में परिषदीय स्कूलों में 73711 पद रिक्त होने की जानकारी केन्द्र सरकार को दी गई है। कमेटी अगले हफ्ते रिपोर्ट सौंप सकती है और इसके बाद ही रिक्त पदों की संख्या तय करके नई शिक्षक भर्ती का ऐलान होगा। इसकी प्रक्रिया सरकार दिसम्बर में शुरू कर सकती है। भले ही शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा का आयोजन या फिर इसका रिजल्ट नई सरकार आने के बाद घोषित हो क्योंकि इस बीच चुनावी अधिसूचना जारी होने की संभावना है। लोकसभा चुनाव से पहले वर्ष 2018 में 68500 शिक्षक भर्ती के नियुक्ति पत्र सितम्बर में बांटे गए थे। उसी मंच से मुख्यमंत्री ने रिकार्ड समय में 69 हजार शिक्षक भर्ती कराने की घोषणा कर दी थी। इसके लिए अध्यापक पात्रता परीक्षा नवम्बर के पहले हफ्ते में करवाई गई। वहीं 22 दिसम्बर से शिक्षक भर्ती के लिए आवेदन लेकर 6 जनवरी 2019 को लिखित परीक्षा करा दी गई थी जबकि इससे पहले एक परीक्षा कराने में न्यूनतम तीन महीने का समय लग रहा था लेकिन राज्य सरकार ने अपना वायदा निभाते हुए शिक्षक भर्ती को तेजी से करवाया।
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