नई दिल्ली । सुनील मान उर्फ टिल्लू ताजपुरिया और जितेन्द्र मान उर्फ गोगी के बीच शुरू हुई वर्चस्व की जंग में अब तक 24 से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। दोनों के बीच दिल्ली की सड़कों पर कई बार गैंगवार हुई, जिसमें दोनों की गैंग के लोगों की मौत तो हुई ही राहगीरों को भी अपनी जान गंवानी पड़ी। बाहरी दिल्ली की सड़कों पर दोनों गैंग का खौफ इस कदर रहता था कि लोगों ने उनके जानकारों तक से दूरी बनानी शुरू कर दी थी क्योंकि जितेन्द्र और गोगी गैंग के लोगों ने दोनों के जानकारों और रिश्तेदारों पर भी हमले शुरू कर दिए थे। ऐसे ही हमले में टिल्लू के भांजे, उन्हें आर्थिक मदद पहुंचने वाले अपने ही गांव के प्रधान तक की जितेन्द्र गोगी ने हत्या करवा दी थी। ज्यादा लोग टिल्लू गैंग के मारे गए हैं, जिसमें उसका भांजा, उसके कई करीबी दोस्त और उसकी गैंग को आर्थिक मदद देने वाले भी शामिल हैं। रोहिणी कोर्ट भी दोनों के बीच होने वाली गैंगवार का पहले भी गवाह रहा है। गोगी गैंग ने करीब तीन साल पहले पेशी के लिए पहुंचे टिल्लू गैंग के शार्प शूटर की हत्या कर दी थी। शार्प शूटर रोहिणी कोर्ट परिसर के बाहर मौजूद था, ऐसे में उसने भागकर जान बचानी चाही, लेकिन वह नाकाम रहा और गैंगवार का शिकार हो गया। 2016 में गोगी को हरियाणा पुलिस से पकड़ा था। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने उसे हिरासत में लिया। 30 जुलाई 2016 को पुलिस गोगी को पेशी के लिए जींद लेकर जा रही थी। इसी दौरान उसके साथी उसे फरार करवाकर ले गए। तीन साल पहले बुराड़ी में एक जिम के बाहर जितेन्द्र गोगी और उसके गैंग के लोगों ने टिल्लू के भांजे की हत्या के लिए फायरिंग शुरू कर दी। इस फायरिंग के दौरान तीन लोगों की मौत हुई और पांच लोग घायल हुए। मरने वालों में एक महिला और एक अन्य राहगीर शामिल था, जिनका दोनों गैंग से कोई लेना-देना नहीं था। इसके साथ ही घायलों में शामिल सभी लोग भी स्थानीय इलाके के ही रहने वाले थे।
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टिल्लू और गोगी गैंग की रंजिश में 24 से ज्यादा ने जान गंवाई