नई दिल्ली । दिल्ली वालों को सिग्नेचर ब्रिज पर बनने वाले रूफटॉप रेस्तरां के लिए अभी और इंतजार करना पड़ेगा। सिग्नेचर ब्रिज के मुख्य पिलर पर बनने वाली व्यू गैलरी तक ले जाने वाली चारों लिफ्ट को श्रम विभाग ने अनुमति देने से फिर इंकार कर दिया है। श्रम विभाग की इलेक्ट्रिकल ब्रांच ने कहा है कि लिफ्ट टेढ़ी चलने के कारण, इन्हें अनुमति नहीं दी जा सकती है। क्योंकि कानून में इस तरह की लिफ्ट को अनुमति देने का प्रविधान नहीं है। एलिवेटर एंड लिफ्ट कानून के नियमों के अनुसार नीचे से ऊपर सीधे जाने वाली लिफ्ट को ही अनुमति देने का प्रविधान है। श्रम विभाग इन लिफ्ट को अनुमति देने से पिछले साल ही इंकार कर चुका था। लेकिन सिग्नेचर ब्रिज बनाने वाले दिल्ली पर्यटन एवं परिवहन विकास निगम (डीटीटीडीसी) ने उसके बाद इस साल की शुरुआत में फिर से अनुमति के लिए पुनर्विचार के अनुरोध के साथ पत्र श्रम विभाग के पास भेजा था। डीटीटीडीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इस बारे में अभी प्रयास जारी रहेंगे। उन्होंने कहा कि तकनीकी रूप से लिफ्ट सुरक्षित हैं और पर्यटकों को व्यू गैलरी तक ले जाने और उन्हें वापस लाने की क्षमता रखती है। एक लिफ्ट में चार लोग एक बार जा सकते हैं। एक लिफ्ट आधे रास्ते पर छोड़ेगी। इसके बाद दूसरी लिफ्ट बचे हुए रास्ते तक ले जाएगी। इसके ऊपर 60 फीट पैदल चलना होगा। इसमें करीब 80 सीढियां हैं। इसके बाद व्यू गैलरी में पहुंचा जा सकेगा। सिग्नेचर ब्रिज में जो लिफ्ट लगाई गई हैं, देश में यह पहला प्रयोग है। इसमें नीचे की तरफ वाली दो लिफ्ट 60 डिग्री और ऊपर वाली दो 80 डिग्री पर चलती हैं। दोनों लिफ्ट को मिलाकर 4:80 मिनट में एक तरफ का रास्ता तय होता है। सिग्नेचर ब्रिज का मुख्य पिलर कुतुबमीनार से भी दोगुना यानी 154 मीटर ऊंचा है। पिलर के ऊपरी भाग में कांच की व्यू गैलरी बनाई गई है। इसकी क्षमता 60 व्यक्तियों के खड़े होने की है। यहां से पर्यटकों को दिल्ली दर्शन कराने की सरकार की योजना है। व्यू गैलरी में ले जाने के लिए पिलर के अंदर चार लिफ्ट लगाई गई हैं, जो टेढ़ी चलती हैं, लेकिन सवार लोगों को अहसास नहीं होता है।
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सिग्नेचर ब्रिज से नजारे के लिए अभी करना होगा इंतजार