चंडीगढ़ । कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू ने पहली बार अपनी चुप्पी तोड़ी है। नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा है कि पंजाब के हित के लिए वह हर कुर्बानी देने को तैयार हैं। उन्होंने कहा वह आलाकमान को गुमराह नहीं कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि सिस्टम में गड़बड़ी मुझे आज भी बर्दाश्त नहीं है। गड़बड़ी फैलाने वालों को पहरेदार नहीं बनाया जा सकता। उन्होंने कहा कि मेरा वादा है सच के लिए लड़ा हूं और लड़ता रहूंगा। दागी अफसर किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करूंगा।
उन्होंने साफ तौर पर कहा कि हक और सच की लड़ाई आखरी दम पर तक लडूंगा। नैतिकता से कोई समझौता नहीं करूंगा। मैं निजी स्वार्थ के लिए लड़ाई नहीं लड़ रहा हूं। पंजाब के हर मसले का हल चाहता हूं। उन्होंने कहा कि मैं पंजाब से जुड़े मुद्दों के लिए लंबे समय तक लड़ता रहा। दागी नेताओं, अधिकारियों की व्यवस्था थी, अब आप उसी प्रणाली को दोबारा नहीं दोहरा सकते।
उन्होंने कहा कि मैं अपने सिद्धांतों पर कायम रहूंगा। मैं जो देख रहा हूं वह पंजाब में मुद्दों-एजेंडा के साथ समझौता है। मैं आलाकमान का भेष नहीं बदल सकता और न ही उन्हें भेष बदलने दे सकता हूं। उल्लेखनीय है कि केंद्रीय नेतृत्व को आश्चर्य में डालते हुए पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया। सिद्धू के इस्तीफे की मुख्य वजह अब तक पता नहीं चल सकी है। बताया जाता है कि वह अपने करीबी अधिकारियों और नेताओं को अहम मंत्रालय में जिम्मेदारी दिलाना चाहते थे। आलाकमान ने सिद्धू का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है और उन्हें अपने पद पर काम करते रहने को कहा गया है। इसके साथ ही सिद्धू को मनाने की कोशिशें शुरू हो गई हैं। हालांकि, अब माना जा रहा है कि केंद्रीय नेतृत्व अब सिद्धू के आगे ज्यादा झुकने को तैयार नहीं है।
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केंद्रीय नेतृत्व को गुमराह नहीं कर रहा, पंजाब के हित में हर कुर्बानी देने को तैयार : सिद्धू